प्रबंधक महासंघ ने रिजल्ट में भारी खामियां को सुधारने की उठाई मांग
साढे तीन हजार छात्रों का रिजल्ट रद्द करने का मामला गरमाया
करंजाकला जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में स्ववित्तपोषित पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रबंधक महासंघ के पदाधिकारियो ने परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन देते हुए साढे तीन हजार छात्रों का निरस्त रिजल्ट घोषित करने की मांग की और अपूर्ण रिजल्ट को तत्काल सुधार व घोषित कराने का जोर दिया। अगर ऐसा नहीं होता है तो आंदोलन की चेतावनी दी ।
स्ववित्तपोषित पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रबंधक महासंघ के अध्यक्ष डॉ दिनेश तिवारी के नेतृत्व में प्रबंधकों ने परीक्षा नियंत्रक व्यास नारायण सिंह को रिजल्ट में खामियों को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें वह मांग की विश्वविद्यालय ने यूजी पीजी के साढे तीन हजार छात्रों से परीक्षा फार्म भरवाया और परीक्षा भी करा ली। कॉपियों का मूल्यांकन भी करा दिया और रिजल्ट भी तैयार कर लिया। उसके बाद मात्र सत्यापन ना होने की वजह से साढे तीन हजार छात्रों का रिजल्ट परीक्षा समिति से रद्द कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। उसे तत्काल सुधार कर घोषित किया जाए। जिससे विश्वविद्यालय को आर्थिक लाभ के साथ- साथ छात्र छात्रों का हित हो सके। शासनादेश के मुताबिक प्रवक्ता अनुमोदन नहीं किया जिससे महाविद्यालयों में प्रवक्ता अनुमोदन की प्रक्रिया आज भी लटकी हुई है। इस पर कार्रवाई की जाए। विश्वविद्यालय आज तक पिछले हजारो छात्रो का रिजल्ट को पूर्ण नही कर पाया जिसमे तमाम खामियो है।और परीक्षा तिथि घोषित कर दिया जो बेहद शर्मनाक है। सभी छात्रों का परीक्षा फल पूर्ण कराया जाए और परीक्षा फार्म की त्रुटि सुधार हो। इसके बाद परीक्षा कराई जाए और छात्रों को परीक्षा आवेदन भरने में अभी और समय दिया जाए । अगर इन सब मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन अमल नहीं करता है तो प्रबंधक महासंघ जोर शोर से आंदोलन के बाध्य होगा। जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन के लिए भी कदम उठाएगा। परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह ने ज्ञापन लेते हुए उन्हें आश्वासन दिया है कि पत्र पर विचार किया जाएगा। इस मौके पर संरक्षक अशोक दुबे, रत्नेश तिवारी, नीलकंठ सिंह, ज्ञान प्रकाश पाठक, अजय श्रीवास्तव, दीनदयाल यादव, प्रभुनाथ सिंह, मुन्नेलाल मुन्ना मौजूद रहे।