जौनपुर। अनुसूचित जन जाति के लोंगो को प्रमाणपत्र जारी किये जाने के मामले में तहसील से आयी रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने तहसीलदार सदर एवं केराकत को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने का आदेश जारी किया है। उक्त सन्दर्भित प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी किये गये और किस आधार पर निरस्त किये जाने की आख्या भेजी गयी है।
यहां बता दे कि गत 04 जनवरी 23 को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति की बैठक में केराकत तहसील के 11 जाति प्रमाण पत्र व सदर तहसील के 51 प्रमाण पत्रों की पुनः जाँच राजस्व कर्मियों से कराये जाने का निर्णय लिया गया। जॉच में अनिवार्य रूप से शासनादेश में वर्णित अभिलेखों यथा फसली – 1359, 1356, कुटुम्बर रजिस्टर की नकल, शैक्षिक संस्थाओं की टी०सी०, जनगणना 2011, 2001 आदि में यदि उस ग्राम में अनु०जनजाति/अनु०जाति की संख्या दर्शायी गयी है के दृष्टिगत तथ्यात्मक जॉच करते हुये जॉच आख्या समाज कल्याण विभाग भेजने का निर्देश दिया गया था। इसी के तहत जांच की प्रक्रिया में उपरोक्त प्रमाण पत्र निरस्त करने की रिपोर्ट दी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने उक्त अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है।