जौनपुर। जनपद में लगातार पत्रकारों का उत्पीड़न एवं उनके साथ हो रही वारदातें तेजी से बढ़ रही है। जिस वजह से पुलिस भी अब पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा लिखने में तनिक भी देरी नहीं कर रही है।
साथ हीं साथ अगर पत्रकार के साथ किसी भी प्रकार की कोई घटना घटी है तो उसे जांच का बहाना बनाकर उसे टाल दिया जाता है। इस तरह से पुलिस और पत्रकारों के बीच धीरे धीरे दूरियां बनती हुई दिखाई दे रही है।
कुछ पत्रकार तो यह मान रहे हैं कि जबसे पुलिस का मीडिया सेल बना है तब से इस तरह की हरकतें पुलिस ज्यादा कर रही है। क्षेत्रीय पत्रकारों और क्षेत्रीय पुलिस की दूरियां सिर्फ इसलिए बढ़ रही है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के थानाध्यक्षों द्वारा मीडिया सेल को खबर और फोटो भेज दी जाती है।
जिसे लगभग सोशल मीडिया प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग प्रमुखता से जनपद में रहकर चला देते हैं। इसलिए क्षेत्रीय पुलिस और क्षेत्रीय पत्रकारों के बीच तालमेल नहीं बन पा रहा है।
इसलिए कि थानाध्यक्ष एवं सर्किल के सीओ अपने मीडिया सेल खबरों को भेजकर प्रकाशित करा लेते हैं और क्षेत्रीय संवाददाता ताक कर रह जाता है। इस तरह से पुलिस और पत्रकारों के बीच लगातार दूरियां बनती जा रही है।
इसी का कारण है कि कुछ थानेदारों और पत्रकारों के बीच कहासुनी भी हो जा रही है।