शिया जामा मस्जिद को बदनाम करने की साजिश
मौलाना महफुजूल हसन खा ने कहा शिया समुदाय सभी पार्टियो के साथ है जो अच्छे कार्य करेगे किसी एक पर निर्भर नही है न शिया समुदाय का किसी को कोई समर्थन है समुदाय के लोग पूरी तरह स्वतन्त्र है!
ब्यूरो रिपोर्ट तामीर हसन शीबू
जौनपुर । शिया धर्मगुरु मौलाना महफुजूल हसन खा ने अपने एक बयान में इस बात को सीधे खारिज कर दिया है कि शिया समुदाय सिर्फ समाजवादी पार्टी को वोट दे। यह बात उन्होंने तब कहीं जब शिया जामा मस्जिद के एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा यह एलान किया गया शिया समुदाय के लोग समाजवादी पार्टी को वोट देकर भारी मतों से विजय बनाएं।
शिया धर्मगुरु ने उसके साथ एक और बड़ी बात कहा है कि मत का अधिकार अपने-अपने ऊपर है जिसका जहां मन कहे जिसका जहां मन कहे वह वोटिंग कर सकता है। चाहे वह किसी भी पार्टी को दे इस से हमारे धर्म का कोई लेना-देना नहीं है। धार्मिक कार्यों के साथ उपयोग धर्म की आड़ में राजनीति कर अपना निजी स्वार्थ यानी मोटी रकम लेकर किसी के पक्ष में बयान बाजी कर रहे हैं।
और प्रत्याशियो की दलाली में लगे हुए हैं शिया धर्मगुरु मौलाना महफूज उल हसन खा साहब ने अपनी पुरानी बात को एक बार फिर दोहराया की राजनीति और धर्म में बहुत बड़ा फर्क होता है। धर्म का एक ऊंचा स्थान है जिसको राजनीति से दूर रखा जाए तो काफी बेहतर होगा और हर आदमी का मन स्वच्छ होगा।
यह कोई नई बात नहीं है कि धार्मिक स्थलों से लोग पार्टी का प्रचार के अपना और जनता को पैसा लेकर लोगो को गुमराह करना यह बड़ी ही शर्मनाक की बात है। आम जनता को चाहिए कि वह इस बात का फैसला खुद खूब सोच और समझ कर अपने कीमती वोट का प्रयोग सही जगह करे ताकि पार्टी में उसका भला और समाज का भला हो !