रोडपति से बन गये करोड़पति पकौड़ी बेचने वाला नंबर 2 की कमाई से बना बड़ा सर्राफा कारोबारी
क्या इस पर इनकम टैक्स विभाग की पड़ेगी नजर?
जुल्फेकार हुसैन बाबू ब्यूरो चीफ अमन की शान लखनऊ संस्करण
जौनपुर। एसपी अजय पाल शर्मा का चाबूक सट्टेबाजों के खिलाफ चल चुका है। अब तक क्राइम ब्रांच और कोतवाली लाइन बाजार थाने की संयुक्त टीम ने तीन दर्जन से अधिक सट्टेबाजी चलाने वालों और उसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दिया है। सट्टेबाजी़ से दिन दूना रात चौगुना तरक्की करने वालों का हाल बेहाल भी होने लगा है।
छोटे बड़े व्यापारी अपने व्यापार में पूंजी लगाकर पैसा कमाते हैं लेकिन वह जहां के तहां ही रह जाते हैं लेकिन सट्टेबाजी में कम पैसा लगाकर अधिक मुनाफा लोग कमा रहे हैं। देखते ही देखते लोगों ने इतना पैसा कमाया कि अस्पताल और मेडिकल स्टोर के मालिक बन गये। इस समय अरबों रुपए से लेकर करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक कई सट्टेबाज बन चुके हैं।
सट्टेबाजी के इस कारोबार में शामिल रहने वाले उर्दू बाजार के एक व्यक्ति ने बड़ी सर्राफा की दुकान खोल लिया है जबकि कुछ दिन पूर्व उर्दू बाजार चौराहे पर उसकी पकौड़ी की दुकान चल रही थी। इसी तरह से नवाब युसूफ रोड पर स्थित एक छोटी सी मिठाई के दुकान के संचालक का पुत्र इस समय करोड़ों रुपए की संपत्ति का मालिक बन चुका है जिसकी मेडिकल स्टोर की बेशकीमती दुकान चल रही है। इसी क्रम में रसूलाबाद के एक व्यक्ति द्वारा बड़े हॉस्पिटल का भी निर्माण किया गया है।
यह सब सिर्फ सट्टेबाजी आईपीएल मैच व अन्य होने वाले मैच के खेल पर हार जीत की बाजी लगाकर करोड़ों और अरबों की संपत्ति अर्जित की गई है। आम नागरिक इस बात पर दंग रह जाता है कि कल तक जिनके जो लोग पैदल थेउनके पास आज 60 से 70 लाख रुपए तक की कीमती कार है। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक अजयपाल शर्मा द्वारा अभियान चलाकर अब तक जो कार्रवाई हुई है उसमें कुल तीन दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं। पुलिस द्वारा नामजद किए गए सभी आरोपियों की तलाश अभी भी पुलिस कर रही है जिसमें कुछ लोग पूना भाग गए हैं तो कुछ गुजरात में शरण लिए हुए हैं।
निचले स्तर पर काम करने वाले इन लोगों का अचानक करोड़पति बनना इस बात का सबूत है कि यह लोग दो नंबर के धंधे से मालामाल हो चुके हैं। सूत्र यहां तक बताते हैं कि सट्टेबाजी के धंधे में लिप्त लोगों का नेटवर्क काफी दूर तक फैला है और यह अपनी पकड़ पिछली सरकारों में मजबूती से बनाए हुए थे इसलिए कभी इनकी सुधि नहीं ली गई लेकिन भाजपा सरकार में अब इनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने चाबुक चलाया तो कई लोग जेल की सलाखों के पीछे हो गये। पुलिस द्वारा नामजद किए गए सभी आरोपियों की सूची शीघ्र ही प्रकाशित की जाएगी जिससे उनका चेहरा बेनकाब हो सकेगा।