जौनपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला गोपालापुर शहरी इलाके में स्थित मदरसा कुरानिया जो हमेशा सुर्खियों में रहा करता है। गुरुवार के दिन एक बार फिर चर्चाओं में आ गया। जब आसिफ महबूब कार्यवाहक प्रधानाचार्य कुर्सी पर बैठ कर अपना काम निपटा रहें थें। सुबह लगभग 11 बजे उस समय वहां अच्छा खासा हंगामा खड़ा हो गया।
मादरसे में हुए हंगामे के बाद पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली ले गई। पुलिस ने सभ्य व्यक्तियों के बीच हुए इस विवाद में काफी मशक्कत करने के बाद सुलह समझौता करा के दोनों पक्षों को कोतवाली से छोड़ दिया, लेकिन कार्यवाहक प्रधानाचार्य आसिफ महबूब ने आरोप लगाया है कि वह कुर्सी पर बैठ कर अपना काम निपटा रहें थें तभी हसीन पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी मीरमसत बर्खास्त सुदा शिक्षक निशा कांत सिंह अबरार अहमद अंसार अहमद व शिशिर कुमार सिंह ने आकर कार्यवाहक प्रधानाचार्य के कक्ष में घुसकर उन्हें कुर्सी से धकेल कर जानलेवा हमला करते हुए भट्टी भट्टी गालियां देने लगे और जान से मारने की धमकी भी दिया।
इस संबंध में हसीन अहमद से दूरभाष से संपर्क कर जानकारी के लिए प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा। मदरसा कोरनिया के मैनेजमेंट को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से कई कई एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। जौनपुर समेत उच्च न्यायालय प्रयागराज में भी इसके कई मामले पर सुनवाई चल रही है। मैनेजमेंट कमेटी का यह विवाद पूरे नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस क्रम में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश मौर्या की भी भूमिका संदिग्ध रहने के कारण वह भी चर्चा में बने हुए हैं।