जौनपुर में सद्भावना पुल पर मनमाने ढंग से गाड़ियों का चालान कर रहे एक दरोगा को झेलना पड़ा पब्लिक का गुस्सा
रियाजुल हक
जौनपुर अपनी व्यस्त जिंदगी में सुहाने मौसम का लुत्फ लेने के लिए अक्सर शाम के टाइम बच्चे ,बड़े, बूढ़े और युवतियां सद्भावना पुल के किनारे खड़े हो जाते हैं,
वही शाही पुल की बनिस्बत लोकबंधु राजनारायण सद्भावना पुल को इतना चौड़ा बनाया गया है कि उसके इर्द-गिर्द अगर जनता खड़ी भी रहे तो भी आने जाने वालों को कोई परेशानी नहीं होती और आराम से चार पहिया और दोपहिया वाहनों की आवाजाही बनी रहती है।
इसके बावजूद भी शहर के व्यस्ततम इलाको जैसे फल वाली गली, ओलदगंज, चहारसू , हरलालका रोड सब्जी मंडी रोड ,शिया कॉलेज रोड पर लोग मनमाने ढंग से वाहन खड़ा कर देते हैं और सकड़े रास्ते होने की वजह से अक्सर वहां जाम की स्थिति बन जाती है,। यही नहीं औलंदगंज से पॉलिटेक्निक चौराहे पर पॉलिटेक्निक चौराहे के इर्द-गिर्द व, यथार्थ मेडिकल के सामने बेतरतीब गाड़ियां खड़ी रहती हैं जिस पर पुलिस की कभी नजर नहीं पड़ती।
सद्भावना पुल पर थोड़े समय के लिए राहत लेने के लिए आम जनता खड़ी होती है तो उनको परेशान करने के लिए स्थानीय दरोगा अपने दल बल के साथ भौकाल बनाने के लिए निकल पड़ते हैं। ऐसा ही एक नजारा आज देखने को मिला जहां एक दरोगा दल बल के साथ अगल-बगल खड़ी गाड़ियों को बिना किसी उचित कारण बताएं मोबाइल से उनका चालान काटने लगे जिसका विरोध स्थानीय लोगों ने किया तो दरोगा जी कहने लगी कि अगर कोई तेज रफ्तार अनियंत्रित कार आ गई तो लोगों को भागने की जगह नहीं मिलेगी जो कि बेतुका और बेबुनियाद बयान था।
अनियंत्रित कार कहीं भी आ जाएगी तो वह जरूर दुर्घटना करेगी इसके लिए किसी एक स्थान पर खड़ा होना कोई गुनाह नहीं है। जिले के उच्च अधिकारियों को जनहित में यह संज्ञान में लेना चाहिए कि सद्भावना पुल के अगल-बगल उक्त दरोगा के अनुसार बोर्ड लगवा दें कि यह डेथ जोन है यहां पर खड़ा होना खतरे से खाली नहीं है।