वाराणसी। सामाजिक संस्था सुल्तान क्लब के ऑडिटर वरिष्ठ समाज सेवी मुख्तार अहमद की माता व खलीकुज्जमा की पत्नी का आज मंगलवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद 70 वर्ष की अवस्था में इंतकाल हो गया। इंतकाल की खबर लगते ही पूरे बुनकर इलाका शोकाकुल हो गया, सुल्तान क्लब के रसूलपुरा स्थित कार्यालय में एक शोक सभा आयोजित कर खिराजे अकीदत पेश की गई।
अफसोस बैठक में अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक ने खिराजे अकीदत पेश करने हुए कहा कि मुख्तार अहमद की वालिदह(माता) बहुत ही नेक और ईमानदार थीं, इलाके में अच्छे व्यवहार के कारण बहुत मशहूर थीं। आपने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ा है,बड़े पुत्र मुख्तार अहमद सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
जनाज़े की नमाज़ नैशनल इंटर कालेज में छोटे पुत्र हाफिज शोएब ने अदा कराई, पास ही खानदानी कब्रस्तान में सुपुर्द खाक किया गया।
अफसोस बैठक में अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक,उपाध्यक्ष महबूब आलम,महा सचिव एच हसन नन्हें,सचिव जावेद अख्तर,कोषाध्यक्ष शमीम रियाज, सुलेमान अख्तर,हाफिज मुनीर,मुहम्मद इकराम,अब्दुर्रहमान,नसीमुल हक, वफ़ा अंसारी,इत्यादि थे यह जानकारी डॉ एहतेशामुल हक अध्यक्ष, सुल्तान क्लब वाराणसी दी गई है!