रिपोर्ट पत्रकार इशरत हुसैन
जौनपुर। पुलिस ने एक ऐसी विक्षिप्त महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जिसके गुप्तांग समेत दोनों जांघों को तेजाब से जलाया गया था। इस महिला को सराय ख्वाजाथाना क्षेत्र के एक गांव से 112 की पुलिस ने घायल अवस्था में पाया था।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि 13 फरवरी को यह भोली भाली महिला जिसकी उम्र लगभग 25 वर्ष आंकी जा रही है। पीआरबी 112 सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र को यह महिला अचेत अवस्था में मिली हुई थी जिसके सिर व शरीर पर गंभीर चोट लगी हुई थी। 112 की पुलिस ने उसे वहां से उठाकर रात्रि लगभग 8:30 बजे जिला अस्पताल ले आई। जिला अस्पताल के इमर्जेंसी के डॉक्टर द्वारा उसे भर्ती कर दिया गया । अब सवाल इस बात का उठता है कि यह महिला कहां की रहने वाली है और किसने इसके साथ इतनी क्रूरता की हरकत की है कि उसके गुप्तांग को तेजाब से जलाकर इस क्षेत्र में छोड़ दिया है। चिकित्सक द्वारा इस महिला को उपचार के लिए वाराणसी बीएचयू के लिए रेफर किया गया। लेकिन अब तक उसे वहां भेजा नहीं गया है। महिला की भाषा भी कुछ इस तरह की लगती है कि वह किसी अन्य प्रांत की रहने वाली प्रतीत होती है। अब पुलिस और जिला अस्पताल का रवैया तो देखिए जरा चिकित्सक ने इस महिला का ना तो उसके शरीर का चिकित्सकिय किया परीक्षण ही किया और ना तो पुलिस ने इसे भर्ती करने के बाद ही कोई सुध लिया है। पुलिस ने इसकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम भी नहीं किया है और ना ही इसे बीएचयू भेजने के लिए कोई ठोस कदम ही उठाया है। जिला अस्पताल में यह महिला पुलिस और अस्पताल प्रशासन के बीच किस तरह से पड़ी हुई है इसे देखकर स्वयं ही अनुमान लगाया जा सकता है सूबे की योगी सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा का कितना बढियां इंतजाम किया गया है। हालांकि जिस स्थान पर तेजाब डाला गया है वह घाव अब लगभग भर चुका है। लेकिन अब सवाल इस बात का उठता है कि महिला के साथ इस तरह की क्रुरता करने वाला अपराधी कौन है और इसे यहां क्यों लाकर छोड़ दिया है।
पुलिस भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है। फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला के गुप्तांग और उसके शरीर के अन्य स्थानों पर तेजाब डालकर उसे यहां क्यों छोड़ा गया है या अपने में एक अलग सवाल खड़ा कर रहा है। क्या ऐसे में सुबे की योगी सरकार इसके साथ इस घृणित करने वाले अपराधी को सजा दे पाने में सफल होती है या मामला टांय टांय फिस हो जाता है।