जौनपुर। शिया धर्म के अलग-अलग धर्म गुरुओं ने चांद की तस्दीक को लेकर अलग-अलग तारीख में ऐलान होने से पूरी शिया कौम असमंजस में फस गई जबकि चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास और ईरान के वकील मौलाना सैय्यद अशरफ अली गर्वी तथा मरहूम कल्बे सादिक के फरजंद सैयद सिबतैन नूरी संयुक्त रूप से अपनी अपनी विडियो के माध्यम से चांद की तस्दीक करते हुए 10 अप्रैल को ईदुल फितर मनाने का ऐलान किया।
उक्त लोगो के बयान किए जाने के बाद शहर जौनपुर के शिया समुदाय के इमामे जुमा और धर्मगुरु मौलाना महफूजुउल हसन खां प्रिंसिपल जामिया इमामिया नसीरिया अरबी कॉलेज ने दिन मंगलवार देर रात लगभग 11:00 रात्रि में शिया समुदाय को सूचना दी गई है की ईद की नमाज बेगमगंज स्थित सदर इमामबाड़े में दस अप्रैल को पढ़ाई जाने का ऐलान कर दिया है।
वहीं दूसरी तरफ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद के अनुसार ईद के चांद की तस्दीक से इनकार किया है। और उन्होंने 11 तारीख को ही ईद होने का ऐलान कर दिया है जिसके अनुसार शिया धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन जैदी 11 अप्रैल को सुबह 9:00 बजे इमामबाड़ा नकी फाटक में ईद की नमाज पढ़ाएंगे। शिया समुदाय के अलग-अलग धर्म गुरु व मौलाना ने ईद के त्यौहार का ऐलान करने से शिया समुदाय असमंजस में पैदा हो गया है। इस बात से क्या प्रतीत होता है कि शिया कौम को भी दो टुकड़े में करने का मंसूबाह मालूम देता है।
अचानक देर रात चांद की तस्दीक होने से लोगों में असंतोष व्याप्त है कि यदि चांद की तस्दीक करना ही था तो रात 8:00 से लेकर 9:00 बजे तक हर हाल में कर देना चाहिए था ताकि लोग अपनी जरूरत के सामानों को आसानी से खरीद लेते !