यूपी के वाराणसी में भीषण गर्मी ने जहां 140 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है वहीं मौतों का सिलसिला भी तेजी से बढ़ रहा है। स्थिति यह हो गई है कि यहां के पोस्टमार्टम हाउस पर शव रखने की जगह नहीं है। शवों को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर ही जहां-तहां रखना पड़ रहा है। शिवपुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस के बाहर ही चार शव शुक्रवार की सुबह रखे दिखाई दिए। इनके परिजन भी हैरान परेशान रहे। महाश्मशान मणिकर्णिका पर भी शव दाह के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। आम तौर पर एक दिन में सौ या सवा सौ शव ही आते थे अब यहां 400 से ज्यादा शव आ रहे हैं। शवों की संख्या अचानक बढ़ने से जगह की भी कमी हो गई है। शवदाह के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है गुरुवार को ही अकेले वाराणसी और आसपास के सात जिलों में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। वाराणसी समेत आसपास के जिलों में शनिवार को वोटिंग है। वोटिंग के लिए पहुंचे 11 मतदानकर्मियों की भी मौत हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा सात मतदानकर्मी में मिर्जापुर में मरे हैं। सोनभद्र में तीन और वाराणसी में एक मतदानकर्मी की जान चली गई है। कई बीमार हैं। कहा जा रहा है कि संख्या बढ़ सकती है। वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर शवों की कतार को लेकर कहा जा रहा है कि आसपास के जिलों से भी लोग यहां दाह संस्कार के लिए आते हैं। ऐसे में यहां शवों की कतार लग रही है।जगह की कमी के साथ ही लकड़ी की कीमत भी बढ़ गई है।