नई दिल्ली! लोकसभा के नव निर्वाचित स्पीकर का स्वागत और अभिनंदन के साथ में ये निवेदन है की वो इस पद की गौरवशाली परंपरा को बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ाएंगे और लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में हर सांसद और हर दल को बराबरी का मौक़ा और सम्मान देंगे।
निष्पक्षता इस महान पद की महान गरिमा और ज़िम्मेदारी है।.आप लोकतान्त्रिक न्याय के मुख्य न्यायाधीश हैं। हम सबकी आपसे ये अपेक्षा है कि किसी भी जन प्रतिनिधि की आवाज़ दबाई न जाए, न ही निष्कासन जैसी कार्रवाइयों के दोहराव से सदन की गरिमा को ठेस पहुँचे। आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर भी समान रहे।
आपके इशारे पर सब चलें, इसका उल्टा न हो। हम आपके हर न्यायसंगत फ़ैसले में आपका साथ देंगे।