कैशलेश चिकित्सा सुविधा की मांग और बायोमेट्रिक के विरोध में शिक्षकों ने काली पट्टी लगा के किया विरोध

उच्च शिक्षा निदेशालय प्रयागराज मे 31 जुलाई को धरना प्रदर्शन होगा •धरने के लिए वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ जौनपुर सहित प्रदेश के 16 वि वि शिक्षक संघ का समर्थन • ट्रांसफर में एनओसी की बाध्यता समाप्त करने व बायोमैट्रिक हटाना, कैशलेश चिकित्सा और 5 पीएचडी इंक्रीमेंट, विज्ञापन संख्या 47 के शिक्षकों का स्थाईकरण है मुख्य मांग

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प्रताप बहादुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रतापगढ़ इकाई के शिक्षकों ने शासन की हठधर्मिता के खिलाफ़ व शिक्षक समस्याओं के समाधान एवं निराकरण हेतु काली पट्टी लगाकर विरोध किया।

उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ (फुपुक्टा) के आह्वान पर दिनांक 31 जुलाई 2024 को प्रातः 11:00 बजे उच्च शिक्षा निदेशालय, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज पर धरना- प्रदर्शन आयोजित है। महाविद्यालय के सभी शिक्षक उत्तर प्रदेश के सभी अनुदानिक 331 महाविद्यालय के शिक्षक संघ इकाई के पदाधिकारीयों और सभी शिक्षकों को धरने में शामिल करने की अपील किए।

पीबीपीजी कॉलेज इकाई शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष डा अशोक वर्मा ने कहा कि शिक्षक निदेशालय के लापरवाही और भ्रष्टाचार से ऊब चुके हैं अब धरना प्रदर्शन ही एकमात्र विकल्प है। वहीं विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डॉक्टर राकेश सिंह ने निदेशालय के द्वारा सिटीजन चार्टर बनाया जाना चाहिए जिससे शिक्षक परेशान हो और तय समय पर उसके फाइल का निस्तारण हो जाने की प्रतिबद्धता हो। अनुदानित महाविद्यालय जिला शिक्षक इकाई के अध्यक्ष डॉ शिव प्रताप कैशलेस चिकित्सा सुविधा शिक्षकों को देने करने की वकालत की। इस बीच डा अखिलेश मोदनवाल शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा समय पर विज्ञापन संख्या 47 का स्थाईकरण ना होना निदेशालय की लापरवाही को साबित करता है।

महाविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर उपेंद्र सिंह शिक्षकों का सेवानिवृत्ति वर्ष 65 वर्ष करने के लिए जोर दिया इस मौके पर डॉ राजीव सिंह, डा वर्षा जयसवाल, महाविद्यालय इकाई के संयुक्त मंत्री डा वंदना सिंह, डॉ देवेश सिंह, डा जितेंद्र सैनी डॉ नीरज त्रिपाठी, डा नीरज पांडे, डा सीपी पांडे, डा शिव कुमार सिंह, डा कुलदीप सिंह, महाविद्यालय ईकाई उपाध्यक्ष डा केके सिंह आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

 

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