कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को झूठे मुकदमे में फसाने की मिल रही धमकी कांग्रेस नेता की बहन और पत्नी पहुंची पुलिस अधीक्षक कार्यालय लगाई न्याय की गुहार
तामीर हसन शीबू
जौनपुर कांग्रेस नेता मुफ्ती हाशिम मेहदी को कांग्रेस पार्टी की ही महिला सदस्य ही झूठे मुकदमे में फसाने की लगातार धमकी दे रही है कांग्रेस नेता की बहन व पत्नी ने पुलीस अधीक्षक अजय पाल शर्मा के पास पहुंच कर अपने भाई और पति को निर्दोष बताते हुए जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी की ही एक महिला जो अपने आप को कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता बताती है, यह महिला प्रार्थनी के पति मुफ्ती मेंहदी के सम्पर्क में आकर प्रायः उनका सामाजिक, आर्थिक व मानसिक शोषण किया करती है, इस महिला के साथ जब भी कहीं कोई अमानवीय व असमाजिक कृत करता है तो शराब पी कर प्रार्थनी के निम्नांकित पते पर पहुंच कर तोड़-फोड़ करना व वृद्धा सास को भयभीत व आतंकित करने का आरोप लगा है पीड़िता का कहना है कि इधर चेहलुम के बाद ही हमारे पति मुफ्ती मेंहदी लखनऊ हमारे साथ रह रहे है।पीड़िता का आरोप है की महिला फोन कर के अतंकित करती रही, कभी उनके पति मुफ्ती मेंहदी को धनोपार्जन के लिए प्रताड़ित करती है अगर मुफ्ती मेंहदी द्वारा उसकी धन की पूर्ति नहीं हो पाती तो पीड़िता को फोन करके मानसिक आर्थिक, व सामाजिक रूप से यह कह कर प्रताड़ित करती है कि अगर अपनी पति से मेरे लिए धन की व्यवस्था नहीं कराओगी तो मैं तुम्हारी ससुराल व तुम्हारे पति उपरोक्त खानदान मान मर्यादा को चोटिल करूँगी। पीड़िता का कथन है कि इसी प्रकार का फोन हमारी नन्द को भी करके प्रताड़ित करती रहती है। जब उस महिला से यह पूछा जाता है कि तुम थाने को अपनी इन गलत हरकतों में किस तरह शामिल कर के अपनी इच्छानुसार जब चाहती हो जिसके खिलाफ दखास्त दे देती हो और जब तुम्हारी इच्छा उस ब्यक्ति से पूरी हो जाती है तो अपना वह प्रार्थना-पत्र थाने से समझौता दाखिल कर के वापस ले लेती हो जिस पर महिला कहती है कि थाने की हिम्मत है कि हमारी इच्छा के विरूद्ध थाना चला जाये।पीड़िता का आरोप है कि आज सुबह मोबाईल पर एक पोस्ट महिला की हम लोगों ने देखा जिस में देखा गया कि अपने आप को चोटिल दर्शाते हुऐ हमारे पति का नाम दर्शा रही है। जिससे भयभीत हो कर पीड़िता लखनऊ से जौनपुर आई हुई है और पुलीस अधीक्षक से जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है पीड़िता का कथन है कि उपरोक्त महिला के चरित्र, परिवार, व परिवेश की गुप्त जाँच कराते हुऐ पीड़िता व परिवार की जान, माल, सामाजिक प्रतिष्ठा की सुरक्षा सुनिश्चित करें और उपरोक्त के विरुद्ध इस अनैतिक कार्य से परिवार सुरक्षित रखने का कष्ट करें।