लखनऊ। उत्तर प्रदेश एटीएस ने शुक्रवार को हापुड़ में छापा मारकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले भारतीय सेना के एक पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी अनस गितौली को गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार किया था। इस गद्दार के पास से एटीएस को टेरर फंडिंग का सबूत भी मिला है। सौरभ शर्मा 2013 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। इसके बाद उसने मेडिकल कारणों से मई 2020 में सेना छोड़ दिया था। इस दौरान उसके बैंक एकाउंट में विदेश से काफी रकम आई। सौरभ शर्मा हापुड़ के बहादुर गढ़ थाना क्षेत्र के बिहुनी गांव का रहने वाला है। सेना के पूर्व जवान सौरभ शर्मा की 2014 में फेसबुक के माध्यम से एक लड़की से दोस्ती हुई थी। लड़की से उसकी काफी दिनों तक बातचीत होती रही। लड़की ने खुद को सेना की रिपोर्टिंग करने वाली पत्रकार बताया था। वह लड़की के झांसे में आ गया और लड़की ने सौरभ से सेना की कई गोपनीय जानकारियां उससे मांगी और वो देता रहा। कुछ ही दिनों बाद सौरभ पाकिस्तान का जासूस बनकर काम करने लगा। इसके बदले उसे पैसे भी मिलते रहे। तीन साल पूर्व में गिरफ्तार किए गए सौरभ शर्मा को लखनऊ में एनआई कोर्ट के न्यायधीश विवेकानंद त्रिपाठी ने पांच साल की सजा सुनाई है।