जौनपुर इस्लामी महीना रबी उल अव्वल की शुरुआत होते ही जौनपुर शहर कोतवाली के सामने किदवई पार्क में 12 दिवसीय होने वाले सीरतुन्नबी व महफिलें मिलाद शरीफ के आज चौथे दिन हजरत मौलाना कयामुद्दीन ने हजरत मोहम्मद पैगंबर स अ व की सीरत पर बयान किया उन्होंने बताया कि हुज़ूर के यहां जब कोई भी अपना समान अमानत के तौर पर रख देता तो आप उसे जस का तस अपने पास रखते जब वो मांगता तो उसे उसी हाल में वापिस कर देते ,किसी के भी अमानत में ख्यानत नही करनी चाहिए ,अपने अमालो को दुरुस्त रखना चाहिए,ईमान बचाना हर हालत में लाजमी है।
लोग मिलाद में आए तो अदब और एहतराम का विशेष ध्यान रखें। हुजूर ने कभी भी किसी को बिना मतलब परेशान करने की सलाह नही दी।वही नात पढ़ने वाले हाफिज जौनपुरी ने “तो ऐसी थी हजरत मोहम्मद पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सीरत” पढ़कर एक अलग ही शमा बांध दिया वही इस मौके पर शायर अहमद रजा ने अपनी बेहतरीन नातो से शमा को बरकरार कर महफिल में चार चांद लगा दिया।
रियाजुल हक ने बताया की महफिल ए मिलाद का यह सिलसिला इस्लामी महीने रबी उल अव्वल की 12 तारीख तक लगातार चलता रहेगा जिसमें रोज सुबह उक्त स्थान पर विभिन्न औलेमा ए दीन व मौलाना हुजूर की सीरत पर प्रकाश डालेंगे व नात ख्वा द्वारा हुजूर की शान में नात पढ़ी जाएगी।कमेटी के फाउंडर प्रेसिडेंट असलम शेर खान ने महफिल का संचालन किया ।इस मौके पर आज मुख्य रूप से सदर कमेटी जावेद अजीम खान, सिकरेट्री सद्दाम हुसैन,मास्टर मेराज,शाहिद सिद्दीकी,अजीज फरीदी,सलीम मंसूरी,रुस्तम अली,शकील मुमताज,निसार इलाही,अमजद अंसारी,आमिर कुरेशी,हारून,आदि लोग मौजूद रहे।