अनुसूचित जाति की महिला के बगैर जानकारी में उसके नाम से चल रही कोटे की दुकान
डीएम को प्रार्थना पत्र भेजकर हुई शिकायत, पूर्ति विभाग बेखबर
कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र में पूर्ति विभाग से जुड़ा एक हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। कर्नलगंज क्षेत्र के एक ग्राम पंचायत में एक अनुसूचित जाति की महिला के नाम से वर्षो से कोटे की दुकान संचालित हो रही है,लेकिन उसे कोटे की दुकान के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। महिला ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र सहित प्रार्थना पत्र भेजने के साथ ही आनलाईन शिकायत की है।
मामला तहसील व विकास खंड कर्नलगंज के अन्तर्गत ग्राम पंचायत ढेमा से जुड़ा है। यहां की निवासिनी महिला सोनी पत्नी यशवंतलाल ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र सहित प्रार्थना पत्र भेजने के साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई आन लाइन शिकायत मे कहा है की वह अनुसूचित जाति की निहायत गरीब व निरक्षर महिला है।
उसे जानकारी मिली है,की ग्राम ढेमा के पूर्व प्रधान के पुत्रों द्वारा उसके नाम से कोटे की दुकान संचालित की जा रही है औऱ सरकारी अभिलेखों में उसके द्वारा दुकान का संचालन करना दिखा रहे हैं,लेकिन उसे इसकी कोई जानकारी नहीं थी। महिला के मुताबिक उसके पति से पूर्व प्रधान के पुत्रों की मित्रता थी जिससे उसके घर उनका आना जाना रहता था। वर्ष 1995 से 2010 के बीच पूर्व प्रधान व उनकी पत्नी ग्राम प्रधान थी। इसी अवधि में उनके दोनों पुत्रों ने उसका फोटो व आईडी प्राप्त करके उसके नाम से कोटे की दुकान का प्रस्ताव ग्राम पंचायत से बना डाला औऱ फर्जी कागजात तैयार करवाते हुए कोटे की दुकान का आवंटन भी करवा लिया।
महिला ने बताया की वह निरक्षर है, औऱ अंगूठा लगाती है,जबकि उसे साक्षर दिखाकर इंडियन बैंक शाखा कर्नलगंज में उसके नाम से खाता खुलवाकर चेकबुक भी जारी करवा लिया गया औऱ फर्जी तरीके से खाते का भी संचालन कर रहे हैं। महिला ने अधिकारियों से मांग की है कि यदि वस्तुओं की उठान यदि कर ली गई हो तो दुकान में ताला लगवाकर वितरण पर रोंक लगा दी जाय। ऐसा न करने पर उक्त दोनों लोग वस्तुओं की बिक्री कर देंगे।
कोटे की दुकान का संचालन कर रहे सरकारी कर्मचारी।
महिला ने बताया कोटे के दुकान का संचालन कर रहे दोनों भाई सरकारी कर्मचारी है। लेकिन ड्यूटी न करके संयुक्त रूप से उसके नाम से कोटे की दुकान का संचालन कर रहे हैं। आरोप है की दुकान से संबंधित समस्त अभिलेख व मशीन भी दोनों भाइयों के कब्जे में है। महिला ने दोनों भाइयों के गतिविधियों की जांच कराकर प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आवश्यक कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
जिम्मेदार के बोल-
जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पाण्डेय का कहना है कि प्रकरण संज्ञान मे नहीं है,लेकिन ऐसा संभव नही है की बिना उसके जानकारी के दुकान का संचालन हो रहा था। उन्होंने कहा की दोनों लोग मिलकर दुकान का संचालन करते रहे होंगे अब उनके बीच मतभेद हो गया होगा।