कटरा बाजार पुलिस ने पीड़ित की नहीं लिखी एफआईआर,एसपी से न्याय की गुहार
कटरा बाजार पुलिस का कारनामा, पीड़ित के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करने का आरोप
कटरा बाजार,गोण्डा। जिले की थाने व चौकी की मित्र पुलिस अपने कारनामों से अपनी छवि धूमिल करने से बाज नहीं आ रही है। बीते दिनों कुछ घटनाओं से पुलिस पहले ही गंभीर आरोपों के घेरे में है,लेकिन पुलिस अपनी करतूतों से आम आदमी के बीच खाकी वर्दी को कलंकित कर रही है। ताजा मामला थाना कटरा बाजार से जुड़ा है।
क्षेत्र के एक गांव में जमीन देने के बदले लिए गए रूपये को वापस मांगने पर विपक्षी द्वारा पीड़ित के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट की गई व जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित का आरोप है कि इसकी सूचना स्थानीय थाने पर दी गयी लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई, वहीं पुलिस ने उसके विरुद्ध फर्जी केस दर्ज कर दिया है। बुधवार को कटरा बाजार थाना क्षेत्र के बनगांव निवासी हरिचरन पाण्डेय ने पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित हरिचरन पाण्डेय ने पुलिस अधीक्षक को दिये गये पत्र में कहा है कि विपक्षी सोनू लाल चौरसिया पुत्र सुग्रीव चौरसिया बरइन पुरवा बनगांव के निवासी है। विपक्षी सोनू ने प्रार्थी से जमीन देने के लिए ढाई लाख नकद व बीस हजार रुपये ऑनलाइन माध्यम से लिया है। प्रार्थी ने जब अपने पैसे की मांग की तो उन्होंने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की व जान से मारने की धमकी दी है। विपक्षी ने झूठे केस में फंसा देने की धमकी भी दिया है।
पीड़ित ने बताया कि इसकी सूचना स्थानीय थाने पर दी गयी लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई है वहीं मेरे ही विरुद्ध फर्जी केस दर्ज कर दिया गया है। पीड़ित ने पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने मामले में सीओ को जांच सौंपी है। ऐसे में विचारणीय गंभीर सवाल यह उठता है कि जिले में अपराध कैसे रुके जब पुलिस ही आम जनता पीड़ित की नहीं सुनती है। मारपीट,चोरी, लूट, अपहरण, छेड़छाड़ हो या फिर अन्य गंभीर अपराध पुलिस की बला से। वह तो अपने ढर्रे पर ही चलेगी। थाने चौकी के जिम्मेदारों में आला अधिकारियों का भी कोई डर नहीं दिख रहा है।