जौनपुर। कोतवाली पुलिस पर भू माफिया को संरक्षण देकर संगीन मामले में मामले में एफआर लगा देना और मकान में कब्जा कराने का आरोप लग रहा है। मखदूम शाह अढहन निवासी अब्दुल नासिर खान पुत्र स्वर्गीय अब्दुल मजीद खान ने उच्च अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि 30 मार्च वर्ष 20 24 को भू माफिया कुछ सहयोगियों के साथ घर में घुसकर तोड़फोड़ करना और जबरदस्ती कब्जा करने के प्रयास में सारा सामान घर से निकाल कर सड़क पर फेंकने के मामले में पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 117 बटे 24 धारा 147 452 389 323 504 506 427 आईपीसी में सलीम, जफर, अहसन, अफसर, अबूसाद, रिजवान, आफताब, आशीष कुमार यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। मामले की विवेचना चौकी प्रभारी भंडारी ओमप्रकाश पांडेय द्वारा की गई जिसमें दिन दहाड़े घर में कब्जे को लेकर हुई मारपीट और डॉक्टरी में आई लोगों की चोट और विभिन्न बिंदुओं पर बिना कोई गौर किया सभी उपायुक्तों को क्लीन चिट दे दिया। इसी दौरान इस घटना में घायल मोहम्मद साबिर जिनका इलाज लगातार चल रहा था और 14 सितंबर को उनकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा लाश का पोस्टमार्टम कराया गया लेकिन उसे पर भी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। अब्दुल नासिर पुलिस की रिपोर्ट से संतुष्ट होकर अब न्यायालय की शरण में गए हैं और पुलिस द्वारा अभियुक्त को दी गई क्लीन चिट में प्रोटेक्ट्स दाखिल किया है। दूसरी तरफ घटना को अंजाम देने वाले भू माफिया से बड़ा संबंध रखने वाले रोज किसी न किसी तरह की हरकत करके पीड़ित को परेशान करने का रास्ता बनाए रहते हैं। पीड़ित ने उत्तर प्रदेश सरकार समेत उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है कि अगर इन भू माफियाओं पर कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में उनके परिवार को किसी भी तरह का खतरा हो सकता है।