निर्माण अवैध फिर भी कार्रवाई शून्य, कारण अज्ञात
जिले के महाराजगंज पुलिस चौकी के बगल का है यह अवैध निर्माण
गोंडा। इस समय जिले में यह कहना गलत नहीं होगा कि सैंया भये कोतवाल तो अब डर काहे का। इन लाइनों का अर्थ यह है की 02 फरवरी 2024 से जिले में नगर मजिस्ट्रेट विजय शर्मा की तैनाती हुई और तब से नजूल जमीनों पर अवैध निर्माण की भरमार हो गई। यह बातें इसलिए नहीं कहीं जा रही है कि निर्माण हो गया,बात यह है कि जब नगर मजिस्ट्रेट से इसके निर्माण संबंधी वार्ता की गई तब यह निर्माण शुरू ही हुआ था उसके बाद उन्होंने कहा मैं देखता हूं और देखने में यह हुआ की सिंगल स्टोरी कंप्लीट हो गई और ऊपर पीला पन्नी लगाकर डबल स्टोरी बनाने की तैयारी चल रही थी।
इस पर जब पुनः नगर मजिस्ट्रेट से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने आनन फानन में वहां के दो लोगों को जेल की हवा खिला दिया और कहा कि अब यहां निर्माण नहीं होगा इसको धराशाई करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है।किंतु बड़े ही आश्चर्य की बात यह है की विगत दिनों नगर मजिस्ट्रेट छुट्टी पर अपने घर आगरा गए और वहां से लौटने के तुरंत बाद उक्त अवैध निर्माण में शटर भी लग गया।
जब पुनः इनसे पूछा गया तो इन्होंने कहा कि हमने जूनियर इंजीनियर को भेजा है उसकी रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस बात को लगभग 10 दिन बीत गए और जब पुनः बृहस्पतिवार 03 अक्टूबर को उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जैसे ही जूनियर इंजीनियर की रिपोर्ट आएगी उस पर कार्रवाई किया जाएगा और फोन को कट कर दिया। ऐसे में अब बड़ा विचित्र सवाल यह है कि यह तो मात्र बानगी है जिले में दर्जन भर से ज्यादा बिना नक्शा बिना फ्री होल्ड के अवैध निर्माण लगातार चल रहा है ना कोई रोकने वाला है ना कोई टोकने वाला है।