उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक भाई और बहन ने कथित तौर पर एक-दूसरे से शादी कर ली और कई अन्य विवाहित जोड़ों ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के नवविवाहित जोड़ों के लिए सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए धोखाधड़ी से दोबारा शादी कर ली।
स्थानीय निवासियों की शिकायत के बाद धोखाधड़ी का खुलासा हुआ, जिसके बाद स्थानीय एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए। यह घोटाला मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए किया गया था जिसके तहत दुल्हन के बैंक खाते में 35 हजार रुपये, जोड़े के लिए 10 हजार रुपये के आवश्यक सामान के अलावा विवाह समारोह में 6 हजार रुपये खर्च करने का वादा किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, सिकंदराराऊ में रहने वाले दो विवाहित जोड़ों का इस योजना के तहत पुनर्विवाह कराया गया। इसके अलावा, एक भाई-बहन द्वारा आपस में विवाह करने का मामला भी सामने आया है। स्थानीय निवासियों ने इस मुद्दे को एसडीएम के समक्ष उठाया, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि एक नगरपालिका कर्मचारी ने सामुदायिक विवाह योजना के तहत पैसा हड़पने के लिए ये फर्जी शादियां कराईं।