पिछले पांच साल से अधर में लटका ज़मीन पैमाईश का मामला, जिलाधिकारी से आस लगाये बैठे काश्तकार

0 24

 

जौनपुर। लगभग 5 वर्षो से लाइन बाजार थाना क्षेत्र के सदर तहसील के मंडीवर पचहटिया का एक मामला ज़मीन पैमाईश का अधर में लटका हुआ है उक्त प्रकरण का प्रार्थना पत्र जिले में आये तेज तर्रार जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह के सामने पहुच चुका है जिसमे गरीब काश्तकार नवनियुक्त जिलाधिकारी से मामले को जल्द से जल्द हल करवाने की आस लगये बैठे हैं उक्त प्रकरण में राजस्व निरीक्षक अखिलेश पाठक, लेखपाल विजय मिश्रा, लेखपाल संजय सिंह ने काश्तकारों से लाखों रुपए व ज़मीन लिखवाने के बाद भी उक्त ज़मीन की पैमाईश नही करवाया, काश्तकार तहसील के चक्कर लगाते लगाते जब थक गए तब इन लोगो ने निवर्तमान डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ से गुहार लगाई जिसमे निवर्तमान जिलाधिकारी द्वारा एडीएम के हाथ मे जांच कर उक्त मामले को हल करने के लिए कहा गया, परंतु अभी तक रिपोर्ट डीएम कार्यालय नही पहुची , शिकायकर्ता को कभी एस डी एम सदर के यहां बुलाया जाता था तो कभी तहसीलदार के यहां। यह भी बताया जाता है कि उक्त मामले में शिकायतकर्ताओं का तीन बार बयान लिया जा चुका है। परंतु अभी तक मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।

जिसमें काश्तकार सुशील, मो अकरम, सेवाराम, गंगाराम, सैय्यद आकिब हुसैन, मुनौवर तहसील के चक्कर लगाते लगाते थक गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हल्का लेखपाल विजय मिश्रा, लेखपाल संजय सिंह,राजस्व निरीक्षक अखिलेश पाठक, आदि इन लोगो द्वारा निवर्तमान डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ जौनपुर को दिए गए प्रार्थना पत्र से खिन्न होकर उक्त काश्तकारों को फर्जी मुकदमे आदि में फसाने की साजिश कर रहे हैं। पूरे प्रकरण की जानकारी लिखित रूप से तहसीलदार सदर को भी दी जा चुकी है। पैमाइश के नाम पर कानूनगों अखिलेश पाठक, संजय सिंह लेखपाल द्वारा इन 5 सालो में काश्तकारो से मोटी रकम कैश लगभग दो से ढाई लाख रुपये एवं अपनी पत्नी के खाते में भी हज़ारो रुपये लिया जा चुका है कानूनगों अखिलेश पाठक ने दो तीन साल दौड़ाने के बाद काश्तकार से कहा कि मेरे भाई को उसी आराजी में से कुछ भाग ज़मीन का लिख दो तो दस दिन में तुम्हारी बाउंड्री वाल करवा देंगे। तब कानूनगों अखिलेश पाठक के पट्टीदार भाई कमलेश पाठक ने अपनी पत्नी के नाम ज़मीन का कुछ भाग लिखवा लिया था सभी साक्ष्य डीएम कार्यालय में जमा कर दिये गए थे जिसपर कार्यवाही करने का आश्वासन निवर्तमान डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ द्वारा दिया गया था।

इतना सब कुछ लेने के बावजूद भी पैरवी करने जाने पर काश्तकारो से और ज़मीन लिखने का दबाव बनाया जाता है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी कुछ माह पूर्व उत्तरप्रदेश में ज़मीन पैमाईश के नाम पर हो रही धन उगाही पर नाराजगी दिखाई थी जिसमे सख्त कार्यवाही का आदेश भी दिया गया था अब देखना है कि जौनपुर जिले के इस प्रकरण में नव नियुक्त जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र सिंह कब कार्यवाही का आदेश देते है। जिससे पिछले 5 सालो से तहसील का चक्कर काट रहे इन गरीब काश्तकारों को छुटकारा मिल सके।

Leave A Reply

Your email address will not be published.