जौनपुर। जंघई जंक्शन आरपीएफ और जीआरपी की लापरवाही के कारण अज्ञात मिले शव में कीड़े पड़ गए जिसकी खबर को अमन की शान ने प्रमुखता से बुधवार के दिन प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होते ही जंघई रेलवे पुलिस हरकत में आ गई और लाश का पोस्टमार्टम गुरुवार के दिन कराने के लिए भेज दिया है। आरपीएफ और जीआरपी की लापरवाही के कारण अज्ञात व्यक्ति जिसकी उम्र लगभग 25 वर्ष रही होगी उसकी लाश का पोस्टमार्टम लगभग सप्ताह भर में हो रहा है। इस लाश को 18 अक्टूबर रात्रि लगभग 11 बजे जंघई के आरपीएफ जवान निजामुद्दीन द्वारा लाकर रखी गई थी। जिस समय इस लाश को आरपीएफ के जवान निजामुद्दीन ने रखा था उसी समय आकस्मिक तथ्य में मौजूद चिकित्सक डॉक्टर सलमान अंसारी द्वारा उन्हें मेमो रिसीव कर दिया गया था। अब प्रश्न इस बात का उड़ता है कि जब आरपीएफ के जवान ने मेमो रिसीव कर लिया तब जिसकी लापरवाही के कारण अज्ञात की लाश समय से पोस्टमार्टम नहीं कराया गया इसका जिम्मेदार कौन है यह अपने में एक बड़ा सवाल बना हुआ है।
आरपीएफ और जीआरपी कितनी सक्रियता से काम करती है यह इस बात से साबित हो रहा है कि आज उनकी लापरवाही के कारण एक नवयुवक की लाश कुछ इस तरह से सड गई की उसमें कीड़े पड़ गए। इनकी या लापरवाही पूरी तरह से या साबित करती है कि इन्होंने मानव शव की अवहेलना किया है। यह बात साफ साबित होती है कि 18 अक्टूबर की रखी हुई लाश को 24 अक्टूबर को उसका पोस्टमार्टम कराया गया। मानवता से जुड़े हुए कामों को लेकर जहां कई योजनाएं पारित करती है वहां आरपीएफ और जीआरपी जैसी कार्य प्रणाली कितनी मजबूती से काम करती है वह इस बात से साफ अंदाज लगाया जा सकता है। दैनिक समाचार पत्र अमन की शान खबर प्रकाशित हुई तो आरपीएफ और जीआरपी दोनों के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने तब जाकर के इस अज्ञात के शव पोस्टमार्टम कराया।