मथुरा शहर के एक गाँव में गोपाल नाम का एक लड़का रहता था वह अपनी माँ का बहुत दुलारा था। समय के साथ वह बड़ा हुआ और उसकी माँ ने उसका विवाह एक सुंदर सुशील कन्या राधिका के साथ संपन्न करवा दिया। गोपाल वैसे तो बहुत अच्छा था और संस्कारी था। गोपाल ऐसा कोई भी कार्य नहीं करता था जिससे धनोपाजर्न किया जा सके। जब भी उसकी माँ कुछ कहती वह बात को टाल जाता था और कार्य न करने का बहाना बना लेता था। गोपाल की माँ ने उसको समझाने का एक उपाय सोचा। वह जब भी उसको
भोजन परोसती तब कहती, बेटा! लो ठंडी रोटी खा लो।
गोपाल समझ नहीं पाता था कि, माँ ऐसा क्यों कहती है, फिर भी वह चुपचाप भोजन ग्रहण कर लेता था । एक दिन जब माँ किसी काम से बाहर जा रही थी तो जाते समय अपनी बहू अर्थात् राधिका से कहा कि जब भी तुम गोपाल को खाना देना, उस वक्त उससे कहना, लो ठंडी रोटी खा लो ! राधिका ने बिल्कुल वैसा ही किया ।
जब वह खाना परोस कर लायी तो राधिका ने कहा लीजिए, ठंडी रोटी खा लीजिए! गोपाल इस बात से चिढ़ गया उसने सोचा! माँ तो कहती ही थी अब राधिका भी यही बात कहना सीख गई। वह अपनी स्त्री से बोला, बताओ रोटी ठंडी कैसे हुई ?
रोटी भी गरम है !
दाल और सब्जी भी गरम है !
फिर तुम रोटी को ठंडी कैसे कह सकती हो ?
राधिका ने कहा, यह तो आपकी माँ जानें।
आपकी माँ ने मुझे जैसा कहने को कहा था मैंने वही किया।
गोपाल ने कहा, मैं रोटी नहीं खाऊंगा!
और गुस्से में घर से बाहर निकल गया।
उसने सोचा माँ तो कहती ही थी राधिका भी सीख गई ।
जब माँ घर आई तो उसने राधिका से पूछा! कि, क्या गोपाल ने भोजन कर लिया ?
राधिका बोली उन्होंने भोजन तो किया ही नहीं उल्टा मुझ पर नाराज हो रहे थे ।
माँ ने गोपाल से पूछा, तु राधिका से क्यों नाराज़ हो रहा था?
गोपाल बोला माँ तू तो रोजाना कहती ही थी!
कि ठंडी रोटी खा ले ! और मैं सह लेता था। परंतु, अब तो राधिका भी कहना सीख गयी है ।
रोटी तो गर्म होती है !
अब तू ही बता, रोटी ठंडी कैसे हो गई ?
माँ ने पूछा, कि ठंडी रोटी किसको कहते हैं गोपाल !
वह बोला सुबह की बनायी हुई रोटी शाम को ठंडी होती है। ऐसे ही एक दिन की बनायी हुई रोटी दूसरे दिन ठंडी होती है । बासी रोटी, ठंडी और ताजी रोटी, गरम होती है ।
माँ ने कहा, बेटा! अब तू सोच ले, तेरे बाप की जो कमाई है! वह ठंडी बासी रोटी है गरम, ताजी रोटी तो तब मिलेगी जब तू खुद काम करेगा और और धन अर्जित करके लाएगा उससे जो रोटी पकायी जाएगी वह ताजी और गर्म रोटी कहलाएगी।
लड़का समझ गया और माँ से बोला कि अब मैं खुद कमाऊँगा और गरम रोटी खाऊँगा।