जौनपुर। बज़्म ए शीराज़ के तत्वावधान में रविवार की दोपहर में एक तरही नशिस्त का आयोजन नगर के मोहल्ला शेख़ मुहामिद स्थित अनवार मंज़िल में किया गया जिसकी अध्यक्षता शायर अनवारुल हक़ अनवार जौनपुरी ने किया एवं संचालन शायर मज़हर आसिफ़ ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में मास्टर नदीम अल्वी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत नात ए नबी स.अ.व पेश करके किया गया।
मिसरा ए तरह कुंवर महेन्द सिंह बेदी का शेर ‘कुछ ज़मीं पर भी चाँद तारे हैं’ बज़्म ए शीराज़ के कन्वीनर शायर अनवारुल हक़ अनवार जौनपुरी ने एक सप्ताह पूर्व दिया था जिसपर समस्त शायरों एवं कवियों ने तबअ आज़माई करके अपनी अपनी रचनाओं को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया जिसको सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये और पूरा हाल वाह वाह के स्वर से गूँज उठा।
मुख्यातिथि मास्टर नदीम अल्वी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि शेर व शायरी लोगों के दिलों को जोड़ने का एक माध्यम है जिसके लिये उर्दू के सच्चे आशिक़ अनवारुल हक़ अनवार जौनपुरी हर माह नशिस्त का आयोजन करके प्रयास करते रहते हैं जिसके लिये अनवार जौनपुरी बधाई के पात्र हैं जिसके कारण जौनपुर की सदियों पुरानी शेर व शायरी की रिवायत जीवित है। अब्बास काज़मी,मुस्तईंन जौनपुरी,आशिक़ जौनपुरी,सज्जाद जौनपुरी,शजर जौनपुरी,कमल जौनपुरी,उलझन जौनपुरी,अमृत प्रकाश जौनपुरी ने भी अपनी अपनी रचनाओं को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ.अर्शी नवाज़,सलाहुद्दीन खान,अतीक़ अहमद,अज़हर शमीम,साजिद अनवार,माजिद अनवार आदि उपस्थित रहें।