*पर्दे के पीछे से कौन खेल रहा है खेल, कौन है पूरे खेल का मास्टर माइंड जिसके आगे सदर भी है नतमस्तक,*
तामीर हसन शीबू
जौनपुर जश्ने ईद मिलादुन्नबी 16 सितंबर को है और हर साल मरकजी सीरत कमेटी के सदर और सेक्रेटरी का चयन किया जाता है इस बार हुए चुनाव में सर्व सम्मति से सद्दाम हुसैन को सदर और अकरम मंसूरी को सेक्रेटरी चुना गया है चर्चा तब पूरे शहर में आम हो गई जब कमेटी के सेक्रेटरी अकरम मंसूरी ने रियाजुल हक को प्रिंट मीडिया का मीडिया प्रभारी बनाया यह बात सदर को इतनी नागवार गुजरी कि सदर ने इसका खंडन करते हुए कुछ ही घंटे बाद दूसरा पत्र जारी कर दिया जिसमे मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी किसी अन्य को दे दी गई जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हर चौक चौराहों पर यह चर्चा होने लगी की जब सदर सेक्रेटरी की आपस मे ही सहमति नहीं है तो होने वाले कार्यक्रम का किस तरह से निर्वाहन किया जाएगा जो सोचनीय विषय है आपको बता दे कि मरकजी सीरत कमेटी मुसलमानों की तंजीम है जोकि हर साल जश्ने ईद मिलादुन्नबी के कार्यक्रम का संचालन कराती है
लेकिन कुछ तथाकथित किस्म के लोगो की वजह से पूरे समाज को बदनामी झेलनी पड़ रही है चर्चा लोगो में आम है कि पर्दे के पीछे से कौन खेल रहा खेल, कौन है मास्टर माइंड, कौन है वो दबंग जिस ने चक्रव्यूह रचा है सभी उस दबंग किस्म के मास्टर माइंड को जानने के लिए उत्साहित है ये अपने आप में बड़ा सवाल बनता जा रहा है।अभी एक दिन पहले ही रहमानिया सीरत कमेटी में दबंग किस्म के सभासद ने अपने आपको स्वघोषित सदर घोषित किया था और इस कमेटी की चारो तरफ आलोचना अभी कम भी नहीं हुई थी की आज मरकजी सीरत कमेटी में दो फाड़ देखने को मिलने लगी इस घटना से पूरे मुस्लिम समाज में आक्रोश व्याप्त है।