कही किसी साज़िश का शिकार तो नही हो गया पूर्वांचल विश्वविद्यालय का छात्र

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जौनपुर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रबंधन अध्ययन संकाय में बीकॉम फाइनल ईयर के छात्र अर्श को शुक्रवार की  शाम फार्मेसी संस्थान के शिक्षकों ने पेयजल टंकी में जहरीला पदार्थ मिलाने के आरोप में पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना विश्वविद्यालय परिसर में तेजी से फैल गई, जिससे वहां चर्चाओं का माहौल बन गया है।

अर्श, मऊ जनपद का निवासी है और उसके पिता जौनपुर की रिजर्व पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। अर्श अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का सक्रिय सदस्य है। बताया जा रहा है कि संगठन के कुछ पदाधिकारियों ने उसे फार्मेसी संस्थान की सफाई व्यवस्था की खामियों को उजागर करने के उद्देश्य से तस्वीरें लेने के लिए वहां भेजा था।आरोप है कि जब अर्श फोटोग्राफी के लिए संस्थान में पहुंचा, तो वहां मौजूद कुछ शिक्षकों ने पहले से ही साजिश के तहत उसके पास एसिड की बोतल रख दी और उसे यह कहते हुए पकड़ लिया कि वह पेयजल टंकी में जहरीला पदार्थ मिलाने के इरादे से आया था। इसके बाद शिक्षकों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।इस घटना के बाद विश्वविद्यालय के कई शिक्षकों और छात्रों ने इसे साजिश करार दिया है। उनका दावा है कि घटना के समय की सारी गतिविधि फार्मेसी संस्थान के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुकी है, अगर फुटेज की जांच की जाए, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करने की मांग की है।यह घटना विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर रही है। वहीं, एबीवीपी के कुछ सदस्यों का कहना है कि यह उनके संगठन को बदनाम करने का प्रयास है। दूसरी ओर, कुछ शिक्षकों ने इसे एक गंभीर सुरक्षा चूक बताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

सरायख्वाजा थानाध्यक्ष राज नारायण चौरसिया ने बताया कि हमें विश्वविद्यालय से सूचना मिली और हमने छात्र को हिरासत में लिया। शिक्षकों का आरोप है कि छात्र पेयजल टंकी में जहरीला पदार्थ मिलाने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, हम मामले की सच्चाई से अवगत हैं और बड़े विवाद से बचने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी। फिलहाल, जांच जारी है और सच्चाई सामने आने पर उचित कदम उठाए जाएंगे।

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