हरदोई।भव्य शोभायात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का श्रीगणेश हुआ। शोभायात्रा में 108 कलश अपने शीश पर रखे माताएं चल रही थीं और उनके साथ राधे राधे की ध्वजा लिए तमाम भक्त चल रहे थे!श्रीधाम वृन्दावन से पधारे कथाव्यास कविचंद्र दास सुंदर बग्गी में विराजमान थे और डीजे पर उनकी गाई हुई मधुरतम हरे कृष्ण हरे राम महामंत्र की धुनें बज रही थीं!यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होकर गुज़री।
प्रथम दिन की कथा में व्यास श्री ने कहा,”डीजे पर आमतौर पर फूहड़ गीत ही बजते हैं!किंतु शोभायात्रा में लाखों लोगों के कानों में भगवान के परम पवित्र नामों की ध्वनि पड़ी ,कीट पतंग पेड़ पौधों जैसे बेचारे करोड़ों बेज़ुबान जीवों का भी इससे कल्याण हुआ।श्रीमद्भागवत पुराण का दूसरा नाम “नाम पुराण” है,क्योंकि इसमें पग पग पर और अंतिम श्लोक में भी भगवन्नाम की महिमा बताई गई है।
श्रीमद्भागवत की कथा जगत का सबसे बड़ा अनुष्ठान है। इससे धर्म अर्थ काम मोक्ष के अलावा भगवान का प्रेम भी प्राप्त होता है!”नुमाइश ग्राउंड में चल रही इस कथा का आयोजन श्री गोविंद राधे समिति द्वारा हो रहा है,जिसके प्रमुख सदस्य अमित गुप्ता,अनुराग दीक्षित,प्रभाकर अग्निहोत्री,अरविंद अवस्थी,राहुल शुक्ला,राजू,आलोक आदि हैं।कथा का समय दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक है।