यूपी में मासूम छात्र की हत्या: आखिर क्यों मारा मासूम कृतार्थ को? दादा बोले-स्कूल संचालक के मंत्री से है संबंध
हाथरस। के गांव रसगवां स्थित डीएल पब्लिक स्कूल के छात्र कृतार्थ की हत्या के बाद गांव तुरसेन में उसके घर में मंगलवार को कोहराम मचा रहा। परिजन रो-रोककर यही सवाल पूछ रहे थे कि आखिर हमारे मासूम बेटे को किसी ने क्यों मारा। घर पर सांत्वना देने आने वाले प्रत्येक रिश्तेदार एवं परिचितों से परिजन यही एक सवाल पूछते नजर आए कि आखिर कृतार्थ का क्या कसूर था कि उसकी हत्या कर दी गई। कृतार्थ की दादी मिथलेश कुशवाहा और मां कमलेश का करुण-क्रंदन देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें भर आईं।
कृतार्थ की पांच वर्षीय बहन युविका उसके साथ ही एलकेजी की छात्रा थी। वह रोज घर से इसी स्कूल की बस से पढ़ने जाती थी। अभी इस मासूम को यही नहीं पता कि अब उसका भाई दुनिया में नहीं रहा।
वह घर में रोते-बिलखते चेहरों की ओर देखकर कभी दादी के पास तो कभी बाहर दादा के पास तो कभी मां के पास आकर खड़ी हो जाती है और उनके चेहरों की तरफ देखने लगती है। उसके चेहरे की मासूमियत अपनों से कई सवाल करती प्रतीत होती है।
कृतार्थ के दादा मान सिंह का कहना है कि विद्यालय संचालक के सत्ताधारी पार्टी के मंत्री से संबंध हैं। उनका कहना है कि जब उसके स्कूल पर कक्षा पांच तक की मान्यता थी तो वह कक्षा आठ तक कैसे स्कूल का संचालन कर रहा था। उसके पास आवासीय विद्यालय की भी मान्यता नहीं थी तो वह बच्चों को क्यों हॉस्टल बनाकर रख रहा था। मंत्री की धमक के कारण जिले का कोई अधिकारी जांच करने उसके स्कूल में नहीं आता था।गांव रसगवां स्थित डीएल पब्लिक स्कूल के छात्र कृतार्थ की हत्या से नाराज परिजन और ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह फिर कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया। परिजन पुलिस पर हत्या के खुलासे में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। पुलिस ने जैसे-तैसे समझा-बुझाकर इन लोगों को वहां से भेजा मंगलवार की सुबह ही कृतार्थ के परिजन और गांव के लोग कोतवाली पर पहुंच गए। इन्हें देखकर पुलिस सकते में आ गई। इन लोगों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। कोतवाली के पुलिस कर्मी इन्हें समझाने में जुट गए, लेकिन लोगों ने पुलिस पर आरोपों की बौछार कर दी। उनका कहना था कि पुलिस हत्या का खुलासा करने में ढिलाई बरत रही है।
मृतक के पिता ने स्कूल प्रबंधक के अलावा चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दे दी है। पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी ले लिया है, लेकिन उनसे ठीक से पूछताछ नहीं कर रही है।लोगों का आरोप था कि पुलिस किसी के दबाव में काम कर रही है। कोतवाली पर मौजूद कोतवाली निरीक्षक मनीष चिकारा और पुलिस कर्मी उनको समझाने का प्रयास कर रहे थे। परिजनों का कहना था कि असली हत्यारा प्रबंधक ही है।करीब एक घंटे तक पुलिस उनको समझाती रही। इसके बाद वह शांत हुए।
इसके बाद पुलिस ने मृतक के पिता के अलावा उनके साथ आए दो मासूम बच्चों के बयान भी दर्ज किए। सीओ हिमांशु माथुर का कहना है कि लोगों से पूछताछ चल रही है। अतिशीघ्र इस हत्या का खुलासा कर दिया जाएगा।