सेक्रेटरी और भू माफिया की मिली भगत से फर्जी वरासत का पड़ा प्रार्थना पत्र

राजस्व निरीक्षक का कहना है कि कोई भी नहीं है इस नाम का और न ही है कोई वारिस

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सेक्रेटरी ने लावाल्द के फर्जी वारिस को दिया परिवार रजिस्टर की नकल जबकि एसडीएम कोर्ट में चल रहा है मुकदमा

तामीर हसन शीबू

जौनपुर जफराबाद थाना क्षेत्र के गोंडा नंबर 1 में परिवार रजिस्टर की नकल पर लावारिसो के वारिस बनाने का काम जोरों पर चल रहा है नकली मृत्यु प्रमाण पत्र और परिवार रजिस्टर की नकल लगाकर भू माफिया ने वरासत के लिए प्रार्थना पत्र दिया जिसकी जांच राजस्व निरीक्षक ने किया और उन्होंने पाया कि इस नाम का कोई व्यक्ति तथा उसके वारिस नहीं है एक तरफ जहां योगी सरकार भूमि माफिया और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ भू माफिया योगी सरकार को ठेंगा दिखाकर फर्जी तरीके से भूमि हथियाने का कार्य कर हैं जफराबाद थाना क्षेत्र के गोंडा नंबर 1 में इलाही पुत्र बफ्फन नाम का व्यक्ति जफराबाद में है ही नहीं बताया जाता है कि इलाही पुत्र बफ्फन नासही के गाटा संख्या 191 का मुकदमा एसडीएम कोर्ट में महताब हुसैन बनाम उत्तर प्रदेश सरकार सरकार व इलाही पुत्र बफ्फन के नाम से चल रहा है लेकिन इसी बीच भूमाफियाओं ने सेक्रेटरी की मिली भगत से परिवार रजिस्टर में वारिस दर्ज कर परिवार रजिस्टर की नकल लेकर इलाही पुत्र बफ्फन के वारिस बनकर फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर वरासत का प्रार्थना पत्र दे दिया गया ,जब मामला लेखपाल राजेश श्रीवास्तव के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच करना शुरू किया तो पता चला कि इलाही पुत्र बफ्फन की मृत्यु बहुत पहले हो चुकी है और उसका कोई वारिस नहीं है परन्तु फर्जी वरासत करने का प्रयास किया जा रहा है जब मुकदमा वादी को इस खेल का पता चला तो उसने पता करना चाहा की किसने फर्जी वरासत का प्रार्थना पत्र दिया है तो पता नहीं चल रहा, जबकि वादी ने मुकदमे में जारी तहसीलदार 2018 के आंख्या में इलाही पुत्र बफ्फन का कोई वारिस नही होना पाया तथा लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में लिखकर दिया कि इस नाम के व्यक्ति की मृत्यु बहुत पहले हो चुकी है, जब सेक्रेटरी से पूछे जाने पर की आपने परिवार रजिस्टर की नकल कैसे दे दिया तो उनका कहना हैं कि हमारे रजिस्टर में दर्ज था और उनके परिवार के एक व्यक्ति को दिया है जबकि इलाही पुत्र बफ्फन नाम का कोई व्यक्ति नहीं है और न ही उनका कोई वारिस है जब सेक्रेट्री से पूछा गया की जिनको आपने नकल दी है उनके बारे में कुछ जानकारी है या उनका घर किस जगह ग्राम के किस वार्ड में है या मकान संख्या जानते हैं तो इस सम्बन्ध में सेक्रेट्री कोई जवाब नही दे सके और उन्होंने ग्राम प्रधान से पुष्टि करने की बात कह कर पूरे मामले से किनारा कर लिया जब इस संबंध में ग्राम प्रधान से पुष्टि की गई तो ग्राम प्रधान ने कृष्ण मुरारी ने बताया कि ऐसा कोई भी व्यक्ति हमारी ग्राम प्रधान में नही है और गोंडा नंबर 1 के सबसे बुजुर्ग आदमी इम्तियाज अहमद ने बताया कि हमारी जानकारी में आज से 50 साल पहले तक कोई भी इस नाम का व्यक्ति नहीं था ना इस समय है ऐसे में देखना यह है कि उच्चअधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं तथा फर्जी विरासत कराने का प्रयास करने वालों के ऊपर क्या कार्रवाई करते हैं और कर्मचारियों की मिलीभगत में क्या कार्रवाई होती है।

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