बिना मान्यता संचालित विद्यालयों के खिलाफ नहीं हुई ठोस कार्रवाई

जिम्मेदार अधिकारी कर रहे लीपापोती, विभागीय कार्यशैली गंभीर सवालिया घेरे में

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कर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत हलधरमऊ शिक्षा क्षेत्र में कई विद्यालय बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं,और शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों के बावजूद उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है। पूर्व खंड शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार जिन विद्यालयों पर पहले कार्रवाई की गई थी,उन्होंने कुछ समय के बाद फिर से संचालन शुरू कर दिया। इसमें प्रमुख रूप से ब्राइड मैरीडियन एकेडमी, एम्स स्कूल, सोमनाथ शिक्षा निकेतन, एमआई पब्लिक स्कूल, लिटिल हार्ट पब्लिक स्कूल, अपना विद्यालय और ग्रीन स्प्राउट पब्लिक स्कूल शामिल हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी ने इन सभी विद्यालयों के प्रबंधकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे,लेकिन जमीनी स्तर पर इस आदेश का पालन ना होने से विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

खंड शिक्षाधिकारी की भूमिका पर उठे सवाल।

इस पूरे प्रकरण में खंड शिक्षाधिकारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जिन विद्यालयों को बंद करने के निर्देश दिए गए थे,उन्होंने महज कुछ दिनों के भीतर फिर से अपना संचालन शुरू कर दिया। विभागीय सूत्रों का कहना है कि खंड शिक्षाधिकारी की ओर से इन विद्यालयों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों का मनोबल बढ़ा हुआ है। कई लोग यह सवाल कर रहे हैं कि आखिरकार जब शिक्षा विभाग को इन अनियमितताओं की पूरी जानकारी है,तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?

अन्य क्षेत्रों में भी धड़ल्ले से संचालित हो रहे मान्यता विहीन विद्यालय

सूत्रों के मुताबिक तहसील कर्नलगंज क्षेत्र में हलधरमऊ के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी कई विद्यालय बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहद निम्न है और ये शिक्षा के मानकों का पालन करने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहे हैं। बीएसए द्वारा हाल में उठाए गए सख्त कदमों के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अन्य क्षेत्रों के खंड शिक्षाधिकारी भी इस मुद्दे पर ध्यान देंगे और शीघ्र कार्रवाई करेंगे।

बीएसए की सख्ती से मान्यता विहीन विद्यालय संचालकों में मचा था हड़कंप।

बीएसए अतुल कुमार तिवारी की ओर से दिए गए एफआईआर दर्ज कराने के आदेशों के बाद जिले भर के मान्यता-विहीन विद्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। ये विद्यालय अब खुद को कानूनी शिकंजे से बचाने की कोशिशों में लगे हुए हैं,लेकिन विभागीय कार्रवाई की रफ्तार को देखते हुए इस मुद्दे पर प्रशासन की निष्क्रियता साफ नजर आ रही है। विभागीय सूत्रों का यह भी कहना है कि जिले में दर्जनों विद्यालय ऐसे हैं,जो वर्षों से बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

विभागीय लीपापोती की आशंका।

यह भी आशंका जताई जा रही है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा इस पूरे मामले को टालने की कोशिश की जा रही है। बीएसए के सख्त आदेशों के बावजूद खंड शिक्षाधिकारी ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है,जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस मामले में उच्चाधिकारियों को हस्तक्षेप करना चाहिए,ताकि शिक्षा क्षेत्र में फैली इन अनियमितताओं को दूर किया जा सके।

तहसील कर्नलगंज के हलधरमऊ शिक्षा क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में बिना मान्यता के संचालित हो रहे विद्यालयों की बढ़ती संख्या और उनके खिलाफ शिक्षा विभाग की ढीली कार्रवाई ने प्रशासनिक क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीएसए द्वारा उठाए गए सख्त कदम एक सकारात्मक पहल जरूर हैं,लेकिन जब तक इस आदेश का सही तरीके से पालन नहीं होता और अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती,तब तक यह समस्या बनी रहेगी। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या बीएसए के आदेशों का पालन किया जाएगा या यह मामला भी लीपापोती के भंवर में फंसकर रह जाएगा।

 

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