जौनपुर। आरपीएफ पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है जिस लापरवाही के कारण एक मानव का शव है दो दिनों से सड़ रहा है।
भारत सरकार आम जनता की भलाई के लिए चाहे जितने भी ठोस कदम क्यू न उठा ले लेकिन सरकार के मातहतों अपनी लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। घटना कुछ इस प्रकार की है कि 18 अक्टूबर को रात्रि लगभग 8 बजे एक अज्ञात व्यक्ति की लाश रेलवे ट्रैक पर पाई गई थी। 18 अक्टूबर की रात को ही उसकी लाश को जंघई आरपीएफ थाने के सिपाही निजामुद्दीन द्वारा जिला अस्पताल के लाश घर में लाकर रख दिया। जिला अस्पताल परंपरा के अनुसार लाश रखकर आए हुए सिपाही को मेमो पकड़ा दिया। 18 अक्टूबर से अब तक आरपीएफ द्वारा कोई ऐसा कदम नहीं उठाया गया जिससे अज्ञात मिले शव पोस्टमार्टम के बाद क्रियाकर्म हो सके। 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर होने तक अब तक अपने कान में तेल डालकर सो रही जंघई की आरपीएफ पुलिस की लापरवाही के कारण उस लाश में कीड़े पड़ गए हैं
इसलिए की यह लाश लगभग 7 दिनों से इस अस्पताल के लाश घर में पड़ी हुई है। कितना अजीब लगता है कि आज एक लावारिस की लाश के प्रति आरपीएफ पुलिस की यह भावना मानवता को शर्मसार कर रही है। इतना ही नहीं चर्चा है कि आरपीएफ पुलिस की यह बड़ी लापरवाही मानव शव की अवहेलना मानी जा रही है कि पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही के कारण एक मानव शव की बड़ी दुर्गति हो रही है।