जौनपुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर गांव में 17 वर्षीय अनुराग यादव पुत्र रामजीत की तलवार से गर्दन काटकर हत्या को लेकर मजिस्ट्रीयल जांच होने वाली है। हत्या भूमि विवाद को लेकर हुई थी जिसमें उसके पट्टीदार ने ही घटना को अंजाम दिया था। इस मामले के बाद प्रशासनिक अमले में भी सनसनी फैल गई थी। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कबीरूद्दीनपुर में 17 वर्षीय अनुराग यादव की हत्या के मामले की मजिस्ट्रीयल जांच का आदेश दिया है। जिलाधिकारी बुधवार को एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थें। मृतक के चचेरे भाई रामजस यादव और परिवार के लोगों ने उनके सामने एसओ गौराबादशाहपुर राजाराम द्विवेदी, कानूनगो मुनिलाल यादव और लेखपाल जगदीश यादव पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
रामजस ने बताया कि इस मामले में कई बार थाने पर, कानूनगो और लेखपाल को सूचना दी गई। फिर भी पुलिस और राजस्व टीम कभी भी मौके पर स्थिति की जांच करने नहीं आई। जिसकी वजह से आज इतनी बड़ी घटना हो गई। घटनास्थल पर ही एसओ राजाराम द्विवेदी के साथ उनकी झड़प भी हुई। डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एडीएम राम अछबर चौहान को नियुक्त कर दिया। डीएम ने ग्रामीणों के सामने कहा कि यदि कानूनगो, लेखपाल और एसओ की लापरवाही पाई जाती है तो जरूर कार्रवाई होगी।
कबीरुद्दीनपुर गांव में ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की निर्मम हत्या के मामले में राजस्व विभाग समय पर गंभीरता दिखाता तो शायद वारदात न होती। मृतक के परिजनों ने शिकायत के बाद भी अधिकारियों के मौके पर न पहुंचने का आरोप लगाया है।
भूमि विवाद को लेकर कई बार रामजीत यादव के पक्ष ने कानूनगो, लेखपाल और थाने पर प्रार्थना पत्र देकर स्थलीय निरीक्षण की गुहार लगाई थी। फिर भी कोई मौके पर नहीं पहुंचा। मृतक के चचेरे भाई रामजस यादव ने बताया कि कई बार थाने पर भी प्रार्थना पत्र दिया गया था। वहीं डायल 112 के पुलिसकर्मियों के करीबी होने से भी आरोपी युवक का हौसला बढ़ने की गांव में चर्चा रही।
कबीरुद्दीनपुर गांव में दिनदहाड़े तलवार से काटकर 16 वर्षीय किशोर अनुराग यादव की हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करके प्रदेश सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जताई। यह ट्वीट जिले के सोशल मीडिया अकाउंट पर तेजी से वायरल हो रहा है।