अमन की शान गाज़ीपुर : सम्पूर्ण विश्व मे जहाँ उगते हुए सूर्य की पूजा होती है वहीं एकलौते सनातन के वाहक हिन्दुओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर विश्व के कोने कोने मे सनातन
का परचम फहराते हुए सूर्य षष्ठी व्रत उपासना (छठ पूजा) की।
छठ पूजा केवल लोक अस्था का पर्व ही नही बल्कि सनातन एकता के लिए दिन प्रति दिन वरदान ही साबित हो रहा है।
जातिवाद की लहरों मे जबरदस्त हिचकोले खाते हुए इस भारत देश मे सनातन प्रेमियों ने बिना किसी छुआ छूत के एक ही घाट पर एक ही साथ मे गरीबी अमीरी , छोटी बड़ी विरादरी का भेद भाव न करते हुए महापर्व छठ पूजा बहुत धूम धाम से मनाई।ये छठ पूजा देश ही नही बल्कि विश्व स्तर पर मनाई गई। जातिवाद का जहर देश मे फैलाने वाले सनातन विरोधियों के मुँह पर ये एक करारा तमाचा है।
उक्त बाते पद्मकुंज फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक श्री त्रिलोकी नाथ राय ने गाज़ीपुर के शेरपुर कलां घाट पर अपने परिवार संग छठ पूजा मे सम्मिलित होते हुए कही।
शेरपुर कलां गंगा घाट पर कई हजारों की संख्या मे सेमरा घाट से लेकर. शेरपुर घाट तक बेदी बनाकर ब्रती महिलाएं पूजन हेतु हर्षोल्लास के साथ उपस्थित रहीं। शेरपुर खुर्द से लेकर लालूपुर तक के लोग शेरपुर घाट पर उपस्थित रहे।
समाजसेवी बन्धुओं के द्वारा व्रती महिलाओं की सुविधा हेतु रात्रि मे डी जे एवं विद्युत व्यवस्था सुचारु रूप की गई थी।
ग्रामप्रधान प्रतिनिधि श्री जयानन्द राय जी द्वारा विद्युत व्यवस्था भी करवाई गई थी। मौके पर प्रशासनिक व्यवस्था हेतु पुलिस कर्मी भी तैनात रहे जिनके सहयोग से पूजा सकुशल सम्पन हुई। इस मौके पर पद्मकुंज फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक त्रिलोकी नाथ राय के साथ साथ प्रमुख रूप से युवा समाजसेवी राधवेन्द्र उपाध्याय (बुचु बाबा) रामनारायण राय पम्पम राय, बबलू राय, सत्यम राय, मोनू राय, विपुल राय इत्यादि हजारों की संख्या मे अपने परिवार के साथ उपस्थित रहकर धूम धाम से छठ पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किये।