कुष्ठ रोग एक सामान्य बीमारी, दवा से पूरी तरह से ठीक हो जाती हैः सीएमओ
जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है इसकी निःशुल्क दवा 2027 तक इसका प्रसार शून्य कर देने के लिए खिलाई जा रही है रिफाम्पसिन दवा
जौनपुर। जिले में कुष्ठ रोगियों के परिजनों और उनके पड़ोसियों को रिफाम्पसिन दवा खिलाई जा रही है। इस दवा का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे कुष्ठ रोग का प्रसार बहुत कम हो जाता है। साथ ही परिजनों और पड़ोसियों में कुष्ठ फैलने की संभावना लगभग खत्म हो जाती है। उत्तर प्रदेश सरकार तथा केंद्र सरकार 2027 तक कुष्ठ रोग का प्रसार शून्य कर देने के लिए प्रयासरत है। इसीलिए रिफाम्पसिन दवा खिलाई जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी सीएमओ डॉ0 लक्ष्मी सिंह ने अवगत कराया है कि कुष्ठ रोग बैक्टीरिया से होने वाली एक सामान्य बीमारी है। यह दवा करने से पूरी तरह से ठीक हो जाती है। इसकी दवा सभी सरकारी अस्पतालों में निः शुल्क उपलब्ध है। यह कोई अभिशाप, पाप या बुरे कर्म का नतीजा नहीं है। न ही जन्मजात या वंशानुगत बीमारी है। इसलिए कुष्ठ रोग होने पर संकोच नहीं करना चाहिए और डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में शरीर में कहीं दाग हो जाना, दाग के साथ उस जगह पर सुन्नपन होना, उसमें खुजली नहीं होना, हाथ-पैर की अंगुली में टेढ़ापन, हाथ-पैर के तलवों में झनझनाहट, नस का मोटा होना, हाथ-पैर में होने वाला कोई ऐसा दर्द रहित घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो, जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ प्रभात कुमार ने आम जनमानस से ऐसे लक्षण दिखने पर संकोच नहीं करने और विकलांगता से बचने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेने की अपील की है। वह कहते हैं कि कुष्ठ रोगी भी समाज के अंग हैं। उनसे भेदभाव करना उचित नहीं है। जो लोग कुष्ठ रोग से प्रभावित हो जाते हैं या विकलांग हो जाते हैं। उनका भी शासन द्वारा नैनी और अयोध्या में निः शुल्क इलाज करवाया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें आठ हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी साथ में दी जाती है। इस समय अपने जनपद में 129 कुष्ठ रोगियों का इलाज चल रहा है। हर महीने 10-12 लोग ठीक हो जाते हैं और उनका इलाज बंद कर दिया जाता है। कुष्ठ रोग के इलाज की अवधि छह महीने से 12 महीने तक ही होती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कुष्ठ प्रभावित कोई भी व्यक्ति छूटने न पाए, समाज में फैली भ्रांतियों को दूर भगाएं, आइये हम सब मिलकर कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाएं।