जौनपुर। पूर्वांचल की प्रसिद्ध शक्तिपीठ शीतला चौकिया धाम में महन्त पद को लेकर विवाद शुरू हो गया है। उक्त प्रकरण को लेकर विनय त्रिपाठी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वे शक्तिपीठ के वास्तविक महन्त है।
साक्ष्य के रूप में उन्होंने नोटरी शपथ पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि यहां पर मुंडन करने वाले नाई, माला फूल बेेंचने वाले माली, पूजा पाठ करने वाले पंडा, गोंसाई, ब्राहृमण सभी ने उन्हे महन्त के रूप में स्वीकार करते हुए प्रपत्र पर अपने-अपने हस्ताक्षर बनाये हैं। महन्त पद का झूठा दावा करने वाले विवेकानंद पंडा के पास कोई साक्ष्य नहीं है। उन्होंने मुकदमा किया है उसमें कोई निर्णय अभी नहीं आया है। श्री त्रिपाठी ने कहाकि यहां की शक्तिपीठ के बारे में अम्बुजानंद को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।