जौनपुर। शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने खुटहन थाना क्षेत्र के इमामपुर गांव निवासी एक आभूषण व्यापारी पर अपने प्यार के जाल में फंसाकर शादी के बाद मकान और जमीन अपने नाम करवाने और गैंगरेप के बाद उसके मासूम बच्चों समेत पीड़िता को बेघर करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने प्रतिनिधियों समेत पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए बाद में एसपी के फटकार के बाद केस दर्ज कर लिया गया है।
महिला का आरोप है कि प्यार का झांसा देकर आभूषण व्यापारी प्रदीप सोनी ने पहले प्यार के जाल में फंसाया फिर उससे से शादी की, फिर उसकी जमीन और मकान अपने कब्जे में कर लिया है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप भी किया इसके बाद उसे उसके ही घर से तीन बच्चों समेत बाहर करके बेघर कर दिया। हैरानी की बात यह है कि पीड़िता द्वारा पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने के बाद भी उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। बल्कि पुलिस ने जबरन महिला से सुलहनामा पर अंगूठे के निशान लगवा लिए। फिलहाल, मासूम बच्चों को लेकर पीड़िता न्याय की आस में दर – दर भटक रही है। हालाकि, बाद एसपी की फटकार के बाद शाहगंज पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।
पूरा मामला यह है कि शाहगंज कोतवाली क्षेत्र की एक गांव निवासी पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि खुटहन क्षेत्र के इमामपुर गांव निवासी प्रदीप सोनी की उसके घर के सामने आभूषण की दुकान स्थित है। महिला का पति नशेड़ी था वह काफी समय से बीमार था। वह आरोपी आभूषण व्यवसायी को घर बुलाकर दारू मुर्गा की पार्टी करता था। इसी बीच आरोपी पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फंसाता गया। आरोप है कि प्रदीप सोनी ने महिला के साथ छलपूर्वक उसे विश्वास में लेकर उसे ढाल बनाते हुए मकान और अन्य जमीन अपने और अपने भाई प्रमोद सोनी के नाम रजिस्ट्री करा ली गई, 4 अक्टूबर 2024 को पीड़िता के पति की मौत के बाद प्रदीप ने छत पर सूर्य भगवान को साक्षी मानकर दो गवाहों के सामने सिंदूर भरकर शादी भी की। इसके पूर्व महिला ने वीडियो में खबर में बताया था।
हालाकि पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ की फटकार के बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर 18 फरवरी को प्रदीप सोनी, प्रमोद सोनी, लक्ष्मी सोनी समेत अज्ञात के विरुद्ध गंभीर धाराओं के केस दर्ज कर लिया है। पुलिस पीड़िता का मेडिकल मुआयना कराने के साथ ही आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। लेकिन हैरत की बात यह है की अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपी बेखौफ घूम रहे हैं और मामले को उलझाने में लगे हुए है।
पीड़िता का आरोप है कि 27 अक्टूबर 2024 की देररात वह घर में सो रही थी की अचानक प्रदीप सोनी अपने भाई प्रमोद और दो अन्य अज्ञात लोगों के साथ घर के घुस गए, दरवाजा बंद करके धारदार कैंची से धमकाते हुए निर्वस्त्र करके चारों आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया, इस दौरान पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने सिगरेट से उसे जलाते हुए उसके बेटे को चार पहिया वाहन से कुचलकर मारने की धमकी भी दी।
सारा सामान लेकर घर से निकाल दिया- इतना ही नही पीड़िता का आरोप है कि 18 जनवरी 2025 को आरोपी प्रदीप सोनी अपनी बहन के साथ जाकर उसके मकान का ताला तोड़कर जेवर, कीमती सामान ले लिया और इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता व उसके तीन बच्चों को घर से बेघर करते हुए उसके ही घर में अपना ताला लगा दिया।
30 हजार कर्ज देकर 22 लाख की डिमांड -सबसे बड़ा और दिल को झकझोर देने वाला आरोप लगाया कि बीमार पति के इलाज के लिए उसके पति प्रदीप सोनी से तीस हजार रुपए लिए थे। लेकिन आरोपी ने पीड़िता की मजबूरी का फायदा उठाते हुए तीस हजार का ब्याज जोड़कर उससे 22 लाख तक पहुंचा दिया गया और आरोपी द्वारा पीड़िता से 22 लाख के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
विधायक के दबाव में सुनवाई न होने का भी आरोप- पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी द्वारा उसे थाने व कोर्ट जाते समय हत्या करने की धमकी दी जा रही है। पुलिस से शिकायत पर सर्राफा एसोसिएशन और व्यापार मंडल संगठन के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
शाहगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़िता ने कहा कि शिकायत के बाद उसे 08 फरवरी को बयान दर्ज कराने के नाम पर कोतवाली बुलाया गया। पीड़िता जब शाहगंज कोतवाली पहुंची तो आरोप है कि जबरदस्ती सादे स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर व अंगूठे का निशान लगवाया गया। पुलिस ने पीड़िता पर दबाव बनाकर कोई कार्रवाई करने के बजाय आरोपी द्वारा डेढ़ लाख रु पीड़िता के खाते में भिजवाकर पूरे मामले में सुलह समझौता करा दिया था, इतना ही नहीं खुद को एसपी का करीबी बताने वाले व्यक्ति सुजीत वर्मा ने एसपी के साथ खुद की फोटो मोबाईल में दिखाते हुए पीड़िता और उसकी मानसिक रूप से बीमार सास को जेल भेजवाने की धमकी दी गई फिलहाल, पीड़िता का आरोप है कि आरोपी प्रदीप सोनी आभूषण व्यवसाई और उसके भाई प्रमोद सोनी ग्राम विकास अधिकारी हैं इसीलिए पुलिस, व्यापार मण्डल और सर्राफा एसोसिएशन के दबाव में कोई कार्रवाई करने के बजाय जबरदस्ती सुलह समझौता करा दिया था, लेकिन पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद 18 फरवरी 2025 को मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली में दर्ज कराया मामला- एसपी के हस्तक्षेप के बाद शाहगंज कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी आभूषण व्यवसायी प्रदीप सोनी, उसके भाई ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद सोनी, बहन लक्ष्मी और एक अज्ञात के खिलाफ BNS की धारा 70(1), 333, 351(3), 318(4), 352, 305(A), 127(2) के अंतर्गत केस दर्ज करते हुए पीड़िता को मेडिकल मुआयना के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हुई है।