जौनपुर शहर के इमामबाड़ा मीर सखावत हुसैन ख्वाजा दोस्त पोस्तीखाना में दो जुलाई को मजलिसे तरहीम मरहूम तासीर हसन , आदिल ताज तजावर , संपन हुई जिसमे सबसे पहले सोजखानी को अंजाम दिया सैय्यद गौहर हसन जैदी ने अपने हमनवा के साथ उसके बाद पेशखानी जनाब राजमी जौनपुरी ने की उसके फौरन बाद मजलिस को खिताब किया शहर जौनपुर के इमामे जुमा और मदरसा नसिरिया अरबी कॉलेज के प्रिंसिपल मौलाना महफुजूल हसन खां ने अपने मकसूस अंदाज में फजायल वा मसायब बयान किया उन्होंने कर्बला में एक मुहर्रम से दस मोहर्रम तक हुई जंग के बारे में विस्तार से बताया और मुहर्रम के क्या फायदे है इस पर रौशनी डाली और कहा कि लोग कहते है की शिया नमाज कम पढ़ते है जबकि हम नमाज सबसे ज्यादा पढ़ते है बाद खत्म मजलिस अंजुमन सज्जादिया मुफ्ती मोहल्ला ने नौहां मातम किया
उक्त अवसर पर हसन मेहदी रूमी, फैजी मुगल, सैय्यद मुहम्मद इसरार एडवोकेट, नौशाद मिंटो, सैय्यद शहंशाह हुसैन रिज़वी एडवोकेट, सैय्यद अलमदार हुसैन रिजवी, आदि के साथ भारी संख्या में मोमनीन का जमावड़ा रहा!
बनिए मजलिस ने पत्रकार तामीर हसन शीबू ने मजलिस में आए तमाम लोगों का शुक्रिया अदा किया !