जौनपुर। अपहरण और रंगदारी के मामले में कोर्ट द्वारा दोष सिध्द होने के बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जेल भेज दिया गया। धनंजय के जेल जाने से अब उनका चुनाव लड़ना खटाई में पड़ गया है। धनंजय का मैदान से बाहर रहने से भाजपा के जीत का सबसे बड़ा रोड़ा भी हट गया है। उधर जिले का सियासी पारा भी गर्म हो गया है।
लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार धनंजय सिंह का फिलहाल सपना चकनाचूर होता दिख रहा है। नमामि गंगे योजना के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपरहण व रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह को एमपी एमएलए कोर्ट ने आज दोषी पाया है। कोर्ट ने धनंजय सिंह को कस्टडी लेते हुए जेल भेज दिया। सजा का ऐलान बुधवार को किया जायेगा।
धनंजय सिंह को बीजेपी की जीत का सबसे बड़ा गतिरोध माना जा रहा था। बाहुबली धनंजय सिंह एक बार नही बल्की चार विधानसभा चुनावों मल्हनी सीट से खुद तो जीत नही पाये लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की जमानत जब्त करा चुके है। इन चुनावों में उन्होने सपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देकर दूसरे स्थान पर रहे। इतना ही नही 2004 लोकसभा चुनाव में धनंजय सिंह कांग्रेस-लोजपा गठबंधन से मैदान में उतरकर भाजपा प्रत्याशी तत्कालीन गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के हार का कारण बन चुके है।
2024 लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए धनंजय सिंह पूरी तैयारी कर लिया था। जमीन से लेकर आसमान तक उनका बैनर पोस्टर छाया हुआ था, पहले वे सपा, बसपा , कांग्रेस तथा भाजपा के सहयोगी दल से सम्पर्क करके टिकट हासिल करने का प्रयास किया था लेकिन सभी जगह से निराशा हाथ लगने के बाद निर्दलीय मैदान उतरने की तैयारी कर रहे थे। सजा मिलने के बाद धनंजय सिंह चुनाव नही लड़ पायेगे।