पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी ने पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से क्या कहाँ
मेरे मंगल सूत्र पर संकट मंडरा रहा है श्री कला धनंजय सिंह
जौनपुर। धनन्जय सिंह को बरेली जेल भेजने पर उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष व बसपा प्रत्याशी श्रीकला सिंह ने पत्रकारों से कहा कि यह ये धर्म युद्ध है एक बहू के सिन्दूर को बचाने का समय है।
उन्होंने अभय सिंह का वगैर नाम लिए कहा कि मेरे पति के ऊपर जिन लोगों ने जानलेवा हमला किया था वो लोग भी बदले घटनाक्रम में आज सत्ता के पाले में हैं और ये सब देखकर मुझे डर है कि ये लोग मेरे पति की हत्या का प्रयास कर सकते हैं या उनको किसी और फर्जी मुकदमो में फंसाने का कुचक्र कर सकते हैं।
मेरे पति का गुनाह तो सिर्फ इतना है कि वो निर्भीक रहे हैं, आपकी लड़ाई में उन्होंने कभी भी समझौते नहीं किये।
उन्होने बिना रुके, बिना थके जौनपुर के लोगों की निरंतर सेवा की है इसको आप सब बखूबी जानते है हमें बताने की जरुरत नहीं है क्यू की आपकी आवाज को सदन तक पहुंचाने के लिए उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उनके ऊपर फर्जी मुकादमे कायम कराये गए।
भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई को कोई और रूप दिया गया।
अभी जब उच्च न्यायालय ने बहस के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा था तो भी ये लोग बौखलाहट में उनका जेल ट्रांसफर कर दिया। इन लोगो के अंदर उच्च न्यायालय के फैसले का भी इंतजार करने का या उसका सम्मान करने का साहस नहीं था ।
आज मैं देश के प्रधान मंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि विपक्ष की सरकार बनने पर आप मंगलसूत्र छीन जाने की बात करते हैं, आज आपकी सरकार में ही मेरे मंगल सूत्र पर संकट है। क्या आपका ध्यान उस पर नहीं जाएगा?
क्या यहां जनता की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने के बाद चुनाव लड़ने की इच्छा रखना गुनाह है?
आज मैं पुरुषार्थ और जज्बे की धरती जौनपुर के परिवार जन से पूछना चाहती हूं कि क्या आप अपने बेटे की अन्याय के विरूद्ध इस लड़ाई में उनका साथ नहीं देंगे?
अब आज के बाद ये लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं है, अब ये लड़ाई जौनपुर के हर एक व्यक्ति को लड़नी है। ये लड़ाई किसी एक जाति या धर्म की नहीं होगी, ये लड़ाई होगी अपनी बहू के सिन्दूर को बचाने की, आपके अपने बेटे की जान को बचाने की, जौनपुर का सम्मान बचाने की। आप सबके सामने मैं अपना आंचल फैलाती हूं कि अपना प्यार, आशीर्वाद और साथ मेरी झोली में डाल दीजिए।
10. मैं आपके बिना कुछ भी नहीं हूं, आपका आशीर्वाद और साथ ही हमेशा से आपके बेटे की ताकत बनी हुई है
11. आज वक्त है कि हम सब साथ मिलकर वोट के सौदागरों को जवाब दें, पैसे और ताकत से लड़ाइयां नहीं जीतीं जाती उसके लिए लोगों का साथ और आशीर्वाद की जरुरत होती है। जो आज मेरे साथ है, आपके बेटे धनंजय सिंह के साथ हैं