उस पत्र को लेकर यादव समाज के बीच जबरदस्त आलोचना भी हुई थी। अब वह पत्र कितना असर दिखाएगा यह भी भविष्य के गर्भ में ही है। हलांकि श्याम सिंह यादव को बसपा से चुनाव मैदान में आने से और श्रीकला धनंजय सिंह को चुनावी मैदान से हटने के बाद अब चुनावी समीकरण में फिर एक नया बदलाव का संकेत मिलने लगा है। लेकिन अन्तिम जंग तो सपा बनाम भाजपा के बीच ही होने की प्रबल संभावना है।
उस पत्र को लेकर यादव समाज के बीच जबरदस्त आलोचना भी हुई थी। अब वह पत्र कितना असर दिखाएगा यह भी भविष्य के गर्भ में ही है। हलांकि श्याम सिंह यादव को बसपा से चुनाव मैदान में आने से और श्रीकला धनंजय सिंह को चुनावी मैदान से हटने के बाद अब चुनावी समीकरण में फिर एक नया बदलाव का संकेत मिलने लगा है। लेकिन अन्तिम जंग तो सपा बनाम भाजपा के बीच ही होने की प्रबल संभावना है।