जौनपुर। जिले के बदलापुर तहसील क्षेत्र के एक गांव में डायरिया से मां की मौत हो गई और तीन बच्चों की हालत अभी भी बिगड़ी हुई है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उक्त तहसील क्षेत्र के गजहर मऊ गांव में बीते कुछ वर्षों से रायबरेली से आकर बनवासी का एक परिवार उक्त गांव में मड़ाह डालकर जीवन का गुजर बसर कर रहा है। रविवार दिन में एका एक ननकू बनवासी की पत्नी सुनीता देवी उम्र लगभग 32 वर्ष की हालत बिगड़ी और उसे बदलापुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाते ले समय उसकी मौत हो गई। इसी बीच का बड़ा लड़का पंकज 7 वर्ष और पुत्री अंकित 5 वर्ष और उस छोटी पुत्री रोशनी 3 वर्ष की हालत खराब हो गई। मां की लाश को छोड़कर तीनों बच्चों को बदलापुर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उचित व्यवस्था न होने के कारण तीनों बच्चों को जिला अस्पताल ले आया गया है। अभी भी इन तीनों बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। जिले का स्वास्थ्य महकमा भले ही अपनी कामयाबी की डफली पीट रहा है। लेकिन डायरिया से इस महिला की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की कलई खोल दिया है। स्वास्थ्य विभाग के बड़े-बड़े अधिकारी सिर्फ यहां वहां अपनी व्यवस्था के बारे में हवा हवाई बातें कर रहे हैं। अब डॉक्टर का खेल देखिए जिला अस्पताल के भर्ती होने वाले रजिस्टर में तीन बच्चों का डायरिया लिखकर भर्ती किया गया है। और उनके भर्ती होने वाले फार्म पर फूड प्वाइजनिंग लिखा गया है। किसे सही माना और किसे गलत माना जाए।